जापान में इस स्थान पर हमेशा आग क्यों जलती रहती है, जानिए
दूसरे विश्व युद्ध के बारे में तो हम सब लोग जानते हैं। बहुत से लोगों को पता है कि इस युद्ध में बेहद ज्यादा नरसंहार हुआ था। इस युद्ध में अनेकों देशों ने भाग लिया था और इस युद्ध में बेहद खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल भी किया गया था। इस युद्ध में हर तरह के हथियारों का प्रयोग बड़े पैमाने पर किया गया था।
यह युद्ध पहले विश्व युद्ध की नीतियों का ही परिणाम था, पहले विश्व युद्ध में जर्मनी की करारी हार हुई थी और उस हार के बाद जीते देशों ने जर्मनी पर ऐसी ऐसी शर्तें लाद दी जिससे जर्मनी की जनता में बेहद ज्यादा आक्रोश फैल गया। इसके अलावा पहले विश्व युद्ध में जीतने वाले देशों में अनेक देश थे लेकिन जीतने के बाद ज्यादातर देशों को बड़े देशों ने किनारे कर दिया और जीत का सारा श्रेय खुद ले लिया और बहुत से देशों को युद्ध के हर्ज़ाने के तौर पर धनराशि भी नहीं मिल पाई। दूसरे विश्व युद्ध में एक पक्ष के लगभग सभी देश हार गए लेकिन जापान ना हार नहीं मानी और लगातार युद्ध करता रहा।
दोस्तो, अंत में परेशान होकर अमेरिका को जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर परमाणु हमला करना पड़ा, जिसके बाद जापान ने भी समर्पण कर दिया। परमाणु हमलों के बाद जापान बिखर गया और बहुत दिनों तक उस याद को मिटा नहीं पाया। यह अखंड ज्योति हिरोशिमा में परमाणु हमलों की याद में 1964 में लगाई गई थी जो आज तक निरंतर जल रही है। इस आग को जले हुए काफी समय हो गया और यह आग जापान को इस पर हुए परमाणु हमलों की याद दिलाती रहती है।