जोंक चिकित्सा क्या है, इसका उपयोग क्यों किया जाता है,
भारत (India) में प्राचीन समय से ही जोंक थेरेपी से इलाज (Treatment) किया जाता रहा है. खून से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए जोंक से चुसवाया जाता है
जोंक थेरेपी (Leech Therapy) में जोंक को शरीर (Body) के उस भाग पर रखा जाता है, जहां समस्या होती है. भारत (India) में प्राचीन समय से ही जोंक थेरेपी से इलाज (Treatment) किया जाता रहा है. खून से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए जोंक से चुसवाया जाता है. जोंक खून चूसने के दौरान खून में हीरूडीन नामक रसायन को मिला देती है.
यह रसायन जोंक की लार में पाया जाता है. हीरूडीन रक्त को जमने नहीं देता. इसके अलावा जोंक मरीज के शरीर में कई अन्य पेस्टीसाइड छोड़ती है, जो गैंगरीन से ग्रसित अंगों में ब्लड सर्कुलेशन शुरू कर देता है. यही नहीं इन रसायनों की वजह से घाव भी बहुत तेजी से भरता है.