टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता को कैसे दुबारा बढ़ाया जा सकता है?

जितना क्रिकेट मैं जानती हूँ, मेरे हिसाब से तो टेस्ट क्रिकेट अब लगभग खत्म ही हो चुकी है, बाहर से क्रिकेटर तो कहते हैं टेस्ट क्रिकेट असली क्रिकेट है पर ये झूठ है, अन्दर से सब t20 ही खेलना चाहते हैं क्योंकि दौलत-शौहरत तो t20 मे है। अगर टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट होती तो टेस्ट मैच ही ज्यादा देखने को मिलते।

वैसे भी किसके पास इतना वक़्त है कि पांच दिन बैठ कर टुक-टुक देखें और अंत मे नतिजा भी ना निकले। सबसे पहले तो यही करना चाहिए के मैच का कोई नतीजा आए, मैच रात मे हो ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मैच देख सकें।

खेल थोड़ा दिलचस्प हो इसके लिए कुछ नियम बदले जा सकते हैं, जैसे बैट्समैन को यह आज़ादी नही होनी चाहिए के वह जितनी मर्जी बॉल्स को छोड़ सकता है, पिच गेंदबाजों के लिए मददगार होनी चाहिए ताकि बल्लेबाज़ आउट हो सके और मैच का परिणाम निकले।

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