दिल्ली के बाद कर्नाटक-केरल से महामारी की रफ्तार कुंद पड़ने के संकेत
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के कहर के बीच अब राहत देने वाली खबरें सामने आने लगी हैं। देश के कई हिस्सों में महामारी की रफ्तार धीमी पड़ने के संकेत मिलने लगे हैं। आलम यह है कि एक समय में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई शहर में यूपी के मेरठ से भी कम मामले सामने आए हैं। राजधानी दिल्ली के अलावा दक्षिण भारत में केरल और कर्नाटक में कोरोना के मामलों में कमी आने के संकेत मिले हैं। महाराष्ट्र में 40 दिनों के बाद 40,000 से कम नए केस महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 37,236 नए मामले सामने आए जिससे संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 51,38,973 हो गई। यह पहला मौका है जब इस साल 31 मार्च के बाद यानी 40 दिनों बाद महाराष्ट्र में एक दिन में 40 हजार से कम कोरोना के नए मामले मिले हैं। इससे पहले 31 मार्च को 39,544 मामले आए थे। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि राज्य में कोरोना संक्रमण का पीक शायद खत्म हो गया है।
मुंबई जो एक वक्त में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर था वहां बीते 24 घंटे में के दौरान कोरोना संक्रमण के महज 1,794 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, इस दौरान 3,580 लोग डिस्चार्ज हुए जबकि 74 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई। अगर बात करें मेरठ की तो यहां सोमवार को कोरोना के 2268 नए मामले सामने आए हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर बीते 4 हफ्तों में सबसे कम राजधानी में कोरोना से बिगड़े हालात कुछ हद तक सुधरते दिख रहे हैं। पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है। ऑक्सिजन की आपूर्ति भी थोड़ी बेहतर हुई है। महामारी से गंभीर रूप से जूझ रही दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 12,651 नए मामले सामने आए। यह अलग बात है कि संक्रमण से मौत का आंकड़ा काफी अधिक है। इस दौरान 319 मरीजों की मौत हो गई। सोमवार को कोरोना संक्रमण की दर घटकर 19.10 फीसदी हो गई। यह पिछले चार सप्ताह में सबसे कम है।