दुनिया का सबसे ईमानदार क्रिकेटर कौन है? जानिए

ये है क्रिकेट इतिहास का सबसे ईमानदार खिलाड़ी, अम्पायर के आउट दिए बिना 12 बार छोड़ चूका है मैदान.

क्रिकेट के मैदान में हर किसी बल्लेबाज की यही सोच होती है, कि वह जब भी बल्लेबाजी कर ज्यादा से ज्यादा रन अपने व अपनी टीम के लिए बनाये और इसी के चलते वह जल्दी आउट होना नहीं चाहता है.

लेकिन कई बार बल्लेबाज आउट हो जाते है, लेकिन अंपायर को पता भी नहीं चलता है और बल्लेबाज भी जानबूझकर क्रीज छोड़कर नहीं जाता है और अपने को भाग्यशाली समझकर खेलता रहता है, लेकिन आज हम आपकों अपने इस खास लेख में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के उन पांच दिग्गज और ईमानदार खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जो अगर आउट होते थे, तो बिना अंपायर के आउट दिए ही मैदान छोड़कर पवेलियन लौट जाते थे.

आइये डालते है ऐसे पांच ईमानदार खिलाड़ियों पर एक नजर :

एडम गिलक्रिस्ट

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट से ज्यादा ईमानदार खिलाड़ी तो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अबतक कोई नहीं आया है.

वह इतने ईमानदार थे, कि अंपायर के आउट दिए बिना 9 बार खुद पवेलियन लौट गये थे.

उन्होंने ऐसा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट व आईपीएल दोनों में किया हुआ है. अगर उन्हें लगता था, कि वह आउट है तो वह तुरंत ही अपनी क्रीज छोड़कर पवेलियन लौट जाते थे.

सचिन तेंदुलकर

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर जितने बड़े बल्लेबाज थे. उतने ही ईमानदार क्रिकेटर भी थे. वह भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार बिना अंपायर के आउट दिये ही लौटे है.

सचिन तेंदुलकर अपने 24 साल के लम्बे क्रिकेट करियर में कुल 4 बार ऐसा किया हुआ है जब वह अंपायर के आउट दिए बिना ही पवेलियन लौट गये हो.

राशिद खान

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश क्रिकेट टूर्नामेंट खेला जा रहा था और इस टूर्नामेंट में एडिलेड स्ट्राइकर्स की टीम में अफगानिस्तान के राशिद खान भी खेले थे.

राशिद खान इस टूर्नामेंट में दो बार बिना अंपायर के आउट दिए ही पवेलियन लौट गये थे. उनकी इस ईमानदारी की काफी तारीफ हुई थी.

हाशिम अमला

हाशिम अमला का एक ताजा उदहारण तो आपकों आईपीएल 2017 से ही मिल जायेगा. आईपीएल 2017 के एक मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते हुए हाशिम अमला ने अपना खाता भी नहीं खोला था और वह अंपायर के बिना आउट दिए ही पवेलियन लौट गये थे. उनकी इस ईमानदारी को देखकर विपक्षी टीम भी उनकी फैन हो गई थी. हाशिम अमला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी दो-तीन बार ऐसा कर चुके है.

एम एस धोनी

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी ईमानदार खिलाड़ियों की लिस्ट में आते है. एम एस धोनी भी कई बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अंपायर के फैसले के बिना ही गये है.

एम एस धोनी मैदान पर मौका मिलने पर अपनी ईमानदारी साबित करते रहेते है. इंग्लैंड के संग 2011 में हुई एक टेस्ट सीरीज के दौरान भी धोनी ने इयान बेल को आउट ना लेकर अपनी ईमानदारी साबित की थी.

दरअसल, इयान बेल को अंपायर ने आउट दिया था, लेकिन धोनी को पता था, कि वह नॉट आउट है. इसलिए उन्होंने अंपायर के इस फैसले को बदलवा दिया था उस समय सारी इंग्लैंड की टीम धोनी की इस ईमानदारी को देखकर हैरान रह गई।

विराट कोहली

भारतीय टीम के कप्तान ने अंपायर के बिना आउट दिए ही पैवेलियन लौट आए थे ।जबकि महत्वपूर्ण
मैच था । उन्होंने भारतीय प्रशंसक ने जब स्टीवन स्मिथ को चीटर का के चिढाने पर उन्होंने भारतीय प्रशंसक को उनकी इज्जत कर ने को कहा ।

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