प्रौद्योगिकी सुरक्षा खर्च में 2021 में शीर्ष पर रहेंगे ऑस्ट्रेलिया और भारत, पढ़े पूरी खबर

कोरोना महामारी के बीच क्लाउड को अपनाने और बड़े पैमाने पर घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) के बढ़े चलन के कारण संपूर्ण एशिया-प्रशांत क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया और भारत ऐसे देश रहे हैं, जिनका वर्ष 2021 के दौरान समग्र सुरक्षा खर्च (ओवरऑल सिक्योरिटी स्पेंडिंग) का 26 प्रतिशत हिस्सा रहने की उम्मीद है। आईडीसी की एक हालिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों के लिए बड़ी संख्या में व्यवसायों की उपस्थिति के बीच सुरक्षा खर्च के मामले में ऑस्ट्रेलिया और भारत दो सबसे शीर्ष देश बने हुए हैं।

एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 2021 के दौरान सुरक्षा हार्डवेयर, सेवाओं और सॉफ्टवेयर पर कुल मिलाकर खर्च 23.1 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 12.6 प्रतिशत अधिक होगा।

आईडीसी को उम्मीद है कि सुरक्षा संबंधी उत्पादों और सेवाओं पर पूर्वानुमान अवधि (2019-24) में पांच साल के सीएजीआर में 13.3 प्रतिशत की वृद्धि होगी और 2024 तक यह 35 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।

आईडीसी आईटी एसोसिएट गाइड्स, कस्टमर इनसाइट्स एंड एनालिसिस में एसोसिएट मार्केट एनालिस्ट शरद कोटगी ने एक बयान में कहा, “एशिया/प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा-संबंधित उत्पादों और समाधानों (एंडप्वाइंट सिक्योरिटी, वीपीएन और फायरवॉल) पर निवेश 2021 में दोहरे अंकों की वृद्धि का अनुभव करेगा, क्योंकि दोनों सरकारों और उद्यमों (विशेष रूप से बैंकिंग, दूरसंचार और पेशेवर सेवाएं उद्योग) की ओर से खर्च में वृद्धि होगी।”

इस वर्ष जिन उद्योगों में सुरक्षा व्यय के लिहाज से सबसे अधिक वृद्धि देखी जा रही है, उनमें राज्य/स्थानीय सरकार (18.5 प्रतिशत), परिवहन (13.9 प्रतिशत) और खुदरा (13.7 प्रतिशत) शामिल हैं। इसके पीछे का प्रमुख कारण इन दिनों में डेटा सुरक्षा, ई-कॉमर्स, घर से काम और लॉजिस्टिक मॉनिटरिंग, भुगतान और कॉन्ट्रेक्ट के डिजिटलाइजेशन पर बढ़ता फोकस है।

आईडीसी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बड़े (500-1,000 कर्मचारी) और बहुत बड़े व्यवसायों (1,000 से अधिक कर्मचारी) में 2021 में सुरक्षा से संबंधित खर्च कुल खर्च का दो तिहाई होगा।

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