बन्द वाहन में सफ़र करने से उल्टी क्यों होने लगती है?
बहुत से लोग मतली और यहां तक कि उल्टी का अनुभव करते हैं जब एक हवाई जहाज, ऑटोमोबाइल, या मनोरंजन पार्क की सवारी करते हैं।
बंद वाहन मे सफर से उलटी होना, एक बहुत सामान्य सी घटना है , जो अधिकतर जनसंख्या के साथ होती है। लक्षणो के अनुसार, ये कोई पेट के अंदर की गड़बड़ी नहीं है लेकिन हमारे कान के अंदर की गड़बड़ी है, जो लगातार गति मे होने से होती है। आइए देखते है की ये कैसे होता है।
इस समस्या को वैज्ञानिक रूप से मोशन सिकनेस कहा जाता है।इस समस्या को पानी मे होने पर सी सिकनेस कहा जाता है ।
गति को, मस्तिष्क, आंतरिक कान, शरीर की सतह के ऊतकों सहित तंत्रिका तंत्र के विभिन्न मार्गों के माध्यम से महसूस किया जाता है।जब शरीर को किसी कारण से जानबूझकर स्थानांतरित किया जाता है, उदाहरण के लिए जब हम चलते है, तो सभी तंत्रिका मार्गों से इनपुट हमारे मस्तिष्क द्वारा समन्वित होते हैं।
मोशन सिकनेस के लक्षण तब दिखाई देते हैं जब केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को हमारे शरीर के विभिन्न संवेदी प्रणालियों (आंतरिक कान, आंखें, त्वचा दबाव रिसेप्टर्स, मांसपेशी और संयुक्त संवेदी रिसेप्टर्स) से परस्पर विरोधी संदेश प्राप्त होते हैं।
उपरोक्त वाक्य को हम एक उदाहरण से समझ सकते है। जब हम किसी नाव या किसी वाहन मे होते है और खिड़की की तरफ नहीं देखते है, तब हमारी आंखो को यही लगता है की हम स्थिर है और वे मस्तिष्क को यही संदेश देती है की हम स्थिर है, लेकिन हमारे भीतरी कान के हिस्से मे उपस्थित अंग गति को महसूस करने के लिए डिजाइन किए जाते है । और वे इस गति को महसूस कर सकते है। जब वे इस गति को महसूस करते है, तब वे मस्तिष्क को आंखो के मुक़ाबले बिलकुल उल्टा संदेश देते है, जिसकी वजह से हमारा दिमाग थोड़ा कनफ्यूज हो जाता है । और हमे उलटी या मितली महसूस होती है ।
इसके विपरीत जब हम अधिकतर खिड़की की और बैठते है तब हमारी आंखे और कान के भीतरी हिस्से एक समान ही संदेश देते है । तब मोशन सिकनेस की संभावना बहुत ही कम होती है ।