बाबा महाकाल मंदिर की भस्म से होगा राममन्दिर का भूमि पूजन, जानिए इसके पीछे की वजह
5 अगस्त को होने वाले अयोध्या राम मंदिर के भूमि-पूजन के लिए उज्जैन के महाकाल वन से मिट्टी भेजी जाएगी। साथ ही विश्व प्रसिद्ध
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से भस्म भी भेजी जाएगी। यह जानकारी शुक्रवार को आह्वान अखाड़े के महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने दी।
आचार्य शेखर ने बताया कि वे 2-3 तारीख को उज्जैन शिप्रा नदी में स्नान, ध्यान, पूजन के बाद महाकाल वन से मिट्टी और महाकाल
मंदिर से भस्म लेकर अयोध्या रवाना होंगे। आचार्य शेखर के मुताबिक भगवान राम का हर ज्योतिर्लिंग से रिश्ता रहा है। इसलिए भव्य मंदिर
निर्माण में मथुरा, माया, काशी, कांति, अवंतिका और पुरी सातों नगरी से कुछ न कुछ भूमि का दान पहुंच रहा है।
मान्यता है कि भगवान राम जब उज्जैन आए थे, जब उन्होंने भगवान शंकर की पूजा की थी। उनके नाम पर ही शिप्रा नदी के तट पर राम घाट बना है। जब उन्होंने अश्वमेघ यज्ञ किया था तब हनुमानजी शिप्रा और कोटितीर्थ का जल लेने यहां आए थे। इसी आस्था के साथ हम साधू-संत भी प्राचीन नगरी
की पवित्र चीजों को लेकर अयोध्या पहुंच रहे हैं।