ब्लैक फंगस का दिमाग तक पहुंच गया था इन्‍फेक्‍शन, जान बचाने को निकालनी पड़ी मरीज की आंख

कानपुर में तेजी से ब्लैक फंगस के पेशेंट सामने आ रहे है। एक ही दिन में ब्लैक फंगस के 6 मरीजों को हैलट अस्पताल में भर्ती किया गया है। हैलट में ब्लैक फंगस के 12 मरीजों का इलाज चल जा रहा है।

हैलट अस्पताल में भर्ती तीस वर्षीय युवक ब्लैक फंगस का शिकार हो गया था। युवक की नाक, साइनस और आंख संक्रमित हो गई थी, जिसकी वजह से उसकी एक आंख की रोशनी भी चली गई थी। फंगस ब्रेन की तरफ तेजी से बढ़ रहा था। युवक की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को नाक, साइनस का ऑपरेशन करने के साथ ही एक आंख भी निकालनी पड़ी है।

युवक के ऑपरेशन के लिए न्यूरो, नेत्र और ईएनटी विभाग के डॉक्टरों की संयुक्त टीम लगी थी। तीन घंटे के ऑपरेशन में युवक की आंख निकालने के साथ ही फंगस को ब्रेन तक पहुंचने से रोका गया। वहीं महोबा की एक महिला का भी सफल ऑपरेशन किया गया। महिला की आंख को बचाने के लिए डॉक्टरों ने साइनस को निकाल दिया है। फिलहाल दोनों मरीजों की हालत स्थिर बताई जा रही है। इनको एंटी फंगल इंजेक्शन भी दिया जा रहा है।

कोरोना से स्वस्थ्य हो कर घर लौटा था पीड़ित

नेहरू नगर में रहने वाला 30 वर्षीय युवक कोरोना से स्वस्थ्य होकर घर लौटा था। इसके बाद युवक की नाक और आंख में दिक्कत होने लगी। परिजनों ने युवक को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया था। हैलट के डॉक्टरों ने जांच में पाया था कि फंगस से आंख पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी थी और इंफेक्शन साइनस तक पहुंच चुका था। इसके साथ ही युवक का सुगर लेवल भी बढ़ा हुआ था। इंफेक्शन तेजी से ब्रेन की तरफ बढ़ रहा था। इसके रोकने के लिए डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर फंगस वाले हिस्से को हटा दिया गया है।

महोबा की 59 वर्षीय महिला का भी ऑपरेशन सफल रहा है। महिला की नाक और आंख तक संक्रमण फैल गया था। डॉक्टरों ने पाया था कि महिला की आंख में संक्रमण बहुत कम था। सर्जरी कर आंख की सफाई की गई है। नाक में संक्रमण होने पर साइनस को हटा दिया गया है। हैलट अस्पताल में ब्लैक फंगस के सफल ऑपरेशन किए जाने पर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रचार्य आरबी कमल ने टीम को बधाई दी है।

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