भारतीय तिरंगे का निर्माण किसने किया था? जानिए उनका नाम
तिरंगा हमारे देश कि आन बान शान है। तो क्या अपने कभी यह जानने को कोशिश कि है कि इसको बनाया किसने होगा अगर आप नहीं जानते तो आज हम आपको बताते है। हमारे तिरंगे का निर्माण पिंगली बैकैया ने भारतीय ध्वज का निर्माण किया था। वह एक सच्चे देसभक्त के साथ साथ एक कृषि वैज्ञानिकों भी थे। उनका जन्म 2 अगस्त 1876 को आंध्रप्रदेश में हुआ था।
भारतीय ध्वज का निर्माण?
काकीनाडा में कांग्रेस अधिवेशन कि मीटिंग के दौरान पिंगली ने ऐलान किया था। कि भारत के पास अपना राष्ट्रीय ध्वज होगा। उनका यह विचार महात्मा गांधी जी को बहुत पसंद आया। महात्मा गांधी ने उन्हें ध्वज को तैयार करने का सुझाव भी दिए। पिंगली ने लगभग 5 सालो तक कई देशों के धवज पर रिसर्च किया बाद में उन्होंने तिरंगे के बारे में सोचा 1921 में भारतीय कांग्रेस अधिवेशन के आयोजन में गांधी जी से मिले ओर उन्होंने तिरंगे का डिजाइन गांधी को दिखाया जिसमे हरा और लाल रंग था।
इस रंग को देखने के बाद कांग्रेस के सभी ध्वजों को इसी रंग में बदल दिया गया। लेकिन इस ध्वज को कांग्रेस की तरफ से आधिकारिक मंजूरी नहीं मिली थी। इसी बीच तीसरे आदमी की एंट्री हुई जालंधर के हंसराज कि उन्होंने ध्वज में चक्र लगाने की बात कही इस चक्र को आम आदमी की प्रगति माना गया।
इसके बाद गांधी जी के सुझाव के बाद पिंगली ने शांति का प्रतीक सफेद रंग को भी शामिल कर दिया। 1931 में कांग्रेस ने कराची के अखिल भारतीय सम्मेलन में केसरिया सफ़ेद और हरे तीन रंगों से बने इस ध्वज स्वीकार किया। बाद में राष्ट्रीय ध्वज में इस तिरंगे के बीच चरखे की जगह अशोक चक्र ने ले ली। तब जाकर हमारे तिरंगे को सही रूप रंग मिल पाया।
भारतीय ध्वज में रंगों का महत्व।
भारतीय ध्वज में तीन रंग है। केसरिया सफेद और हरा