भारत का वो रहस्यमय गांव, जहां अजीबोगरीब भाषा में बात करते हैं लोग
आप लोगों ने भारत के बहुत सारे गांव के बारे में सुना या पढ़ा होगा लेकिन क्या आप एक ऐसे गांव के बारे में जानते हैं जहां की भाषा का भी अपने आप में अनोखी और अलग है जो भाषा को दुनिया के दूसरे अन्य भागों में समझा नहीं जा सकता है उस गांव का नाम है मलाणा है यह भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित है यहां के रहने वाले निवासियों अजीबोगरीब भाषा में एक दूसरे से बातचीत करते हैं.
जो दूसरे लोगों को समझ पाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है इस गांव की स्थिति काफी विषम परिस्थिति में स्थित है इसका प्रमुख कारण यह है कि यह चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है और यहां पहुंचने के लिए आपको कोई भी सड़क दिखाई नहीं देगी इस गांव में पहुंचने के लिए आपको काफी दिक्कतों और मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
इस गांव के बारे में कहा जाता है कि यहां के रहने वाले निवासी अपने आप को सिकंदर का वंशज मानते हैं क्योंकि यह कहा जाता है कि प्राचीन काल में सिकंदर ने यहां पर अपना राज्य स्थापित किया था और आज भी उसके बहुत सारे ऐसे ऐतिहासिक चीजें मौजूद है जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस गांव में सिकंदर का शासन था।
यहां पर रहने वाले निवासी कनीश भाषा का इस्तेमाल करते हैं जो दुनिया के किसी भी कोने में नहीं इस्तेमाल किया जाता है जो अपने आप में काफी रोचक और हैरानी वाली बात है इस भाषा को दुनिया का कोई भी देश या राज्य समझ नहीं पाएगा इस भाषा पर दुनिया के बहुत सारे भाषा के वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं इसके अलावा यहां के लोग बाहरी लोगों से मिलना जुलना पसंद नहीं करते हैं और साथ में उनके साथ बातचीत करना भी नहीं जब कोई भी बाहरी व्यक्ति यहां पर आता है और यहां के दुकानों से कोई भी चीज खरीदना है तो दुकानदार में बैठा आदमी चीजों को हाथों में ना देख कर एक किनारे पर है बेटा है और आपको वहां से ही समान को उठाना होगा।
और पैसे भी वह जमीन पर रखने के बाद ही उसको उठाता है इस प्रकार की यहां पर विचारधारा लोगों के मन में चलती रहती है अगर आपको भी कभी यहां जाने का मौका मिले तो आप यहां पर जरूर जाइएगा और इसी गांव के बारे में और भी जानकारी जाने के बाद आपको यहां मिलेगी इसके अलावा मैं आपको एक बात बता दूं कि यहां पर जब भी शादी लोगों के बीच होती है तो इसी गांव में होती अगर कोई दूसरे गांव के लोगों के साथ शादी कर लेता है तो उसे दिखाओ से बेदखल कर दिया जाता है जो अपने आप में काफी एक रोचक और अनोखी परंपरा है।