भारत में वैक्सीन लेने के बाद संक्रमण दर 0.04 फीसदी से ज्यादा नहीं
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार COVID-19 के लिए भारत में टीकाकरण के बाद की संक्रमण दर (infection rate) 0.04 प्रतिशत से अधिक नहीं है. ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि वैक्सीन के एक या दोनों खुराक के साथ वायरस के संकुचन को टीकाकरण के बाद के संक्रमण के रूप में जाना जाता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, संख्या भारत में बहुत कम है.”
कहा गया है कि कोवैक्सीन के 1.1 करोड़ लाभार्थियों में से 4,208 (0.04 प्रतिशत) पहली खुराक के बाद संक्रमित पाए गए और 695 (0.04 प्रतिशत) ने दूसरी खुराक प्राप्त करने के बाद पॉजिटिव परीक्षण किया. कोविशिल्ड के 11.6 करोड़ प्राप्तकर्ताओं में 17,145 (0.02 प्रतिशत) ने पहली खुराक प्राप्त करने के बाद पॉजिटिव परीक्षण किया और दूसरी खुराक के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के साथ 5,014 (0.03 प्रतिशत) का पता लगाया गया. ICMR द्वारा साझा किए गए डेटा से उम्मीद है कि COVID-19 टीकों के खिलाफ पात्र लाभार्थियों के एक वर्ग द्वारा दिखाई गई झिझक को दूर किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा ”देश में 146 जिले ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 15% से अधिक है जो चिंता का विषय है.” उन्होंने कहा देश में 13 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज़ दी जा चुकी हैं. पिछले 24 घंटों में लगभग 30 लाख वैक्सीन डोज़ दी गई हैं. देश में लगभग 87% स्वास्थ्यकर्मियों को उनकी पहली डोज़ दी जा चुकी है. देश में 79% फ्रंट लाइन वर्कर्स को पहली डोज़ मिल चुकी है.”
उन्होंने कहा ”भारत सरकार द्वारा आपूर्ति किए गए वैक्सीन के आधार पर संचालित वैक्सीनेशन सेंटर निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराएंगे. इन केंद्रों में आयु की सीमा 45 साल रहेगी. इसमें स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स भी शामिल होंगे.”