मिल्खा सिंह को फ्लाइंग सिख क्यों कहा जाता है? जानिए वजह
सन 1958 में मिल्खा सिंह को पाकिस्तान में एक दौड़ प्रतियोगीयता में भाग लेने का आदेश आया। लेकिन मिल्खा सिंह पाकिस्तान में बचपन में हुए उस हादसे की याद दिला दिया जिसमे उन्होंने अपने माता-पिता को खोया था और उन्होंने इसके लिए पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था। तब भारत सरकार के बहुत आग्रह करने के बाद उन्होंने पाकिस्तान जाने का और दौड़ने का फैसला किया।
जब मिल्खा सिंह पाकिस्तान में दौड़ना शुरू किये तो उनके सभी प्रतिद्वंदियों के होश ही उड़ गए उन्हें कुछ समझ में ही नहीं आया उस दिन मिल्खा सिंह ऐसे दौड़ रहे थे कि लग रहा था जैसे वे उड़ रहें हो और मिल्खा सिंह ने बड़ी ही आसानी से यह रेस जीतने में सफल रहे।
मिल्खा सिंह के उस दिन इस तरह बड़ी आसानी से रेस जीतने के बाद वहां के जनरल अयूब खान ने उन्हें “उड़न सिख” की संज्ञा दी। इसके बाद खेलों से उन्होंने पूरी तरह सन्यास ले लिए और भारत में खेलों के प्रोत्साहन के कार्य करने लगे।और फिर मिल्खा सिंह के इस अतुल्य दौड़ के लिए उन्हें 1958 में “पद्म श्री” से सम्मानित किया गया।