मुंबा देवी मंदिर के रोचक तथ्य क्या हैं?
मुंबा देवी मंदिर मुंबई के भूलेश्वर में स्थित है। मुंबई का नाम ही कोलीयों की देवी मुंबा आई यानि मुंबा माता के नाम से निकला है। यहां इनकी बहुत मान्यता है। यह मंदिर लगभग ४०० वर्ष पुराना है। मुंबई आरंभ में मछुआरों की बस्ती थी। उन्हें यहां कोली कहते थे। कोली लोगों यहां बोरी बंदर में तब मुंबा देवी के मंदिर की स्थापना की। इन देवी की कृपा से उन्हें कभी सागर ने नुकसान नहीं पहुंचाया।
- मुंबई का इतिहास पौराणिक काल से जुड़ा है। इसका नाम हिन्दू देवी दुर्गा का रूप, जिनका नाम मुंबा देवी है के नाम से पड़ा है।
- ‘मुंबई’ नाम के पहले दो शब्द मुंबा या महा-अंबा देवी के नाम से रखा गया है। वहीं आखिरी शब्द आई, जिसे मराठी में ‘मां’ कहते हैं से पड़ा है,जिसे ऑफिशियली सन 1995 में पहली बार इसे ये नाम दिया गया।
- मुंबादेवी का वाहन हर रोज बदला जाता है। सोमवार को नंदी, मंगलवार हाथी, बुधवार मुर्गा, गुरूवार गरुड़, शुक्रवार हंस, शनिवार हाथी, रविवार सिंह आदि वाहनों पर मुंबा देवी विराजमान होती है। सभी वाहन चांदी में बनाए गए हैं।
मुंबा देवी का मंदिर अत्यंत आकर्षक है। इसमें स्थापित माता की मूर्ति भी काफी भव्य है।
- यहां मुंबा देवी की नारंगी चेहरे वाली रजत मुकुट से सुशोभित मूर्ति स्थापित है।
- मुंबा देवी मंदिर में हर दिन 6 बार आरती की जाती है। वैसे तो मंदिर में भक्तों की भीड़ हर रोज होती है, पर मंगलवार को यहां लोगों का सैलाब उमड़ आता है।