मोबाइल फोन के फ़्लैश मैं दो प्रकार की लाइट क्यों होती है?
अक्सर ही हम मोबाइल फोन में दो फ़्लैश लाइट देखते है और कई बार कंपनियां भी हमे इसके बारे में बताती है जैसे इस फोन में डुअल टोन एलीडी फ़्लैश है ।
पहले प्राय एक ही प्रकार की फ़्लैश लाइट मोबाइल में होती थी , उससे समस्या यह थी कि फोटो लेने पर फोटो में लाइट तो आ जाती थी किन्तु फोटो का कलर सही नहीं आ पाता था , शरीर के अंग का रंग सफेद या नीली रौशनी से देखने में आर्टीफशियल नजर आता था और फोटो नेचुरल नहीं लगती थी ।
इस समस्या के समाधान के लिए सफेद फ़्लैश लाइट के साथ एक पीली लाइट भी दी जाने लगी जिससे स्किन का कलर मैच हो सके जब कोई फोटो ले तो अंग का रंग बदला हुआ नहीं दिखाई दे।
इस कारणवश अब ज्यादातर स्मार्टफोन में हमे डुअल टोन एलीडि फ्लैश देखने को मिलती है, जिससे फ़्लैश का उपयोग कर ली गई फोटो भी अच्छी आती है।