रंगा बिल्ला कौन थे? क्यों किसी बदमाश जोड़ी को देखकर इन्हें याद किया जाता है? जानिए
ये दोनों दिल्ली में रहकर टैक्सी चलाते थे, इन्होंने 26 अगस्त 1979 को, संजय गीता चोपड़ा नाम के भाई बहनों की टैक्सी में हत्या कर दी थी, पहले इन्होंने भाई की हत्या की इसके बाद गीता के साथ बलात्कार किया और बाद में उसकी भी हत्या कर दी थी। संजय और गीता चोपड़ा के पिताजी नौसेना में अधिकारी थे,जिनका नाम मदन मोहन चोपड़ा था।
बिल्ला का असली नाम जसबीर सिंह था और रँगा का असली नाम कुलजीत सिंह था, 31 जनवरी 1982 को दोनों को फांसी पर चढ़ा दिया गया था।