विटामिन डी की कमी किस तरह से नुकसानदायक है और इसे कैसे पूरा करना चाहिए?

विटामिन डी कमी के कारण :

धूप या सूरज की रोशनी कम होनेवाली जगह रहनाअधिक प्रदूषित वातावरण में रहना- ज्यादा समय घर के अंदर ही बितानाजरूरत से कहीं ज्यादा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना, इन कारणों से सूरज की किरणें त्वचा तक पहुंच ही नहीं पाती ।विटामिन डी से भरपूर आहार न लेना

विटामिन डी की कमी के लक्षण

१. हड्ड‍ियों में दर्द और कमजोरी । शरीर के अलग-अलग हिस्सों की मांसपेशि‍यों में लगातार दर्द होना एक लक्षण है।

२. विटामिन डी की बहुत ज्यादा कमी होने पर जरा सी चोट लगने पर हड्डी टूटने, खास तौर पर जांघों, पेल्विस और हिप्स में दर्द होता है।

३. बालों का झड़ना

४. थकान महसूस करना या तनाव में रहना भी विटामिन डी की कमी का एक लक्षण हो सकता है। अक्सर औरतों में विटामिन डी की ज्यादा कमी होने पर डिप्रेशन की समस्या हो सकती है।

५. चोट लगने पर उसके ठीक होने में अधिक समय लगना।

बच्चों में विटामिन-डी की कमी के लक्षण

शिशुओं में इसकी कमी होने पर मांसपेशियों में मरोड़े, सांस लेने में परेशानी और दौरे आने की परेशानी हो सकती है।

उनके शरीर में कैल्शियम की भी कमी हो जाती है।सांस की तकलीफ के कारण बच्चे की पसलियां (रिब केज) नर्म रह जाता है और आस-पास की मांसपेशियां भी कमजोर रह जाती हैं।

समय पर दांत न आना

विटामिन डी के आहार

दूध, दही, संतरे का जूस, साबुत अनाज, दलिया, ओट्स, मशरूम, अंडा इन में विटामिन डी काफी मात्रा में होता है।पर्याप्त विटामिन डी प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से धूप सेंकना सबसे प्राकृतिक तरीका है।

स्वस्थ रक्त स्तर को बनाए रखने के लिए, प्रति सप्ताह कई बार १०-२० मिनिट के लिए दोपहर की धूप प्राप्त करने का लक्ष्य रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *