शंख को माता लक्ष्मी का रूप क्यों माना गया है? जानिए वजह
धार्मिक ग्रंथों में शंख को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का बहुत प्रिय बताया गया है। इसलिए माना जाता है कि जिस घर में शंख होता है, वहां भगवान विष्णु का वास होता है, और जहां भगवान विष्णु होंगे वहां महालक्ष्मी स्वयं आ जाती हैं।
हिंदू धर्म में शंख को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता हैं वही सभी वैदिक कार्यों में शंख का विशेष स्थान माना जाता हैं वही सुख समृद्धि और सौभाग्यदायी शंख को भारतीय संस्कृति में मांगलिक चिन्ह्र के रूप में स्वीकार किया गया हैं वही शंख भगवान विष्णु का प्रमुख आयुध भी हैं।
शंख की ध्वनि आध्यात्मिक शक्ति से संपन्न होती हैं वही शास्त्रों के मुताबिक शंख की उत्पत्ति शंखचूर्ण की हड्डियों से हुई हैं इसलिए इसे पवित्र वस्तुओं में परम पवित्र व मंगलों के भी मंगल माना जाता हैं।
जानिए शंख को क्यों कहा जाता हैं देवी लक्ष्मी का छोटा भाई—
शंख कई प्रकार के होते हैं, मगर वामावर्ती और दक्षिणावर्ती शंख का अधिक महत्व होता हैं वही भगवती महालक्ष्मी और दक्षिणावर्ती शंख दोनों की ही उत्पत्ति समुद्र मंथन के समय सागर से हुई हैं इसलिए शंख को देवी लक्ष्मी का छोटा भाई माना जाता हैं।