शबनम कौन है और क्या इसे फांसी की सजा मिलने वाली है? जानिए उसके बारे में

आजाद भारत में पहली बार किसी महिला को होगी फांसी।

शबनम उत्तर प्रदेश के अमरोहा की रहने वाली है, इसने 2008 में प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही 8 परिजनों को कुल्हाड़ी से काट कर मौत के घाट उतार दिया था।

सर्वोच्च न्यायालय से पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद अब हत्या के आरोप में बंद शबनम की फांसी की सजा को राष्ट्रपति ने भी बरकरार रखा है, ऐसे में अब उसका फांसी पर लटकना तय हो गया है। मथुरा जेल में महिला फांसीघर में शबनम की फांसी की तैयारी भी शुरू हो गई है। डेथ वारंट जारी होते ही शबनम को फांसी दे दी जाएगी।

अपराध ऐसा की रुह कांप जाए– शबनम ने 14 अप्रैल, 2008 की रात अपने प्रेमी के साथ मिलकर ऐसा खूनी खेल खेला कि सुनकर पूरा देश हिल गया था। शबनम ने अपने माता-पिता और 10 माह के भतीजे समेत परिवार के सात लोगों को पहले बेहोश करने की दवा खिलाई। बाद कुल्हाड़ी से काटकर मार डाला था।

शबनम कैसे पकड़ी गई- इस क्रूर हत्याकांड के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। घटनास्थल पर रात में ही पुलिस की गाड़ियां पहुंच गयी। घर में चारों तरफ लाशें पड़ी थीं और शबनम रो कर बता रही थी कि लुटेरों ने सब की हत्या कर दी।

शबनम को कैसे पकड़ा गया- अनुभवी पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल को देखकर और शबनम की हरकतों को देखकर पहले ही शक जता दिया कि यह सोची समझी साज़िश है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मृतकों की हत्या करने से पहले उन्हें बेहोशी की दवा खिलाई गई थी।

इसके बाद शबनम का काल रिकार्ड निकाला गया तब पता चला कि मर्डर से पहले शबनम ने एक नंबर पर बहुत बार बात की थी, इसके बाद शबनम के गर्भवती होने का भी पता चला। इस जांच के बाद शबनम और उसके मजदूर प्रेमी सलीम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

हत्या की वजह- शबनम के घरवालों को उनके यहां मजदूरी करने वाले सलीम से प्रेम करना नामंजूर था, घरवालों को रास्ते से हटाने के लिए उन दोनों ने यह कदम उठाया।

फांसी की तैयारी- बक्सर में फांसी का फंदा तैयार होकर मथुरा आ चुका है, जल्लाद पवन ने दो बार मथुरा के फांसीघर का दौरा भी कर लिया है। बस डेथ वारंट जारी होते ही इन दोनों को फांसी पर लटका दिया जाएगा।

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