शरीर में कैल्शियम की कमी के क्या लक्षण हैं? कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए क्या खाएं? जानिए

कैल्शियम एक महत्वपूर्ण मिनरल (खनिज) होता है। आपका शरीर दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करता है। जिन बच्चों को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं मिल पाता, उनकी बड़े होने पर लम्बाई कम रह सकती है। जिन लोगों में कैल्शियम की कमी होती है उनमें हलके से गंभीर लक्षण व विकार हो सकते हैं। इसके लक्षणों में हाथों और पैरों का सुन्न होना, झुनझनी महसूस होना, मांसपेशियों में दर्द, बेहोशी, डिप्रेशन, दांतों में सड़न और रूखी त्वचा आदि शामिल हैं।

यदि जांच में कैल्शियम की कमी की समस्या पाई गई है तो आपको रोजाना के खाद्य पदार्थों, सप्लीमेंट्स और विटामिन आदि से सही मात्रा में कैल्शियम प्राप्त करना जरूरी होता है। इसकी मदद से कैल्शियम में कमी होने से रोकथाम की जा सकती है। कोई भी दवा या सप्लीमेंट डॉक्टर से पूछ कर ही लें।

कैल्शियम की खुराक –

*रोजाना कैल्शियम की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए?*

टेबल में स्थिति के अनुसार कैल्शियम की सही मात्रा बताई गयी है:

0 से 6 महीने 200 एमजी.

7 से 12 महीने 260 एमजी.

1 से 3 साल 700 एमजी.

4 से 8 साल 1,000 एमजी.

9 से 13 साल 1,300 एमजी .

14 से 18 साल 1,300 एमजी .

19 से 50 साल 1,000 एमजी.

51 से 71 साल 1,000 एमजी.

71 साल के ऊपर की उम्र 1,200 एमजी .

कैल्शियम की कमी के लक्षण –

जिन लोगों में कैल्शियम की कमी होती है, अक्सर उनमें निम्न लक्षण दिखाई देते हैं:

1.अनिद्रा,

2.सुस्ती या लगातार थकान रहना,

3.ठीक से भूख ना लगना,

4.थकान

5.हाथों सुन्न होना

6.मिसकैरेज

6.बांझपन

7.मिर्गी के दौरे

8.त्वचा में रूखापन

9.कमजोर याददाश्त

10.मोतियाबिंद

11.एलर्जी

12.छाती में दर्द.

13.हाई कोलेस्ट्रोल का स्तर

14.दांतों में सड़न

15.मसूड़ों के रोग

16.कमजोर और खराब आकार के नाखून

17.दिल घबराना या दिल 18.असामान्य रूप से धड़कना

19.हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम।

जब शरीर पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं प्राप्त कर पाता, तो आपके शरीर में कुछ विकार विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है, जैसे ​कि ओस्टियोपोरोसिस या ​ओस्टियोपेनिया।

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