सचिन तेंदुलकर की तुलना में विराट कोहली में क्या कमी है जो उन्हें तेंदुलकर से बड़ा दिग्गज नहीं बना सकता है? जानिए
सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के युग में बहुत अंतर है हलाकि दोनों ही अपने अपने समय के दिग्गज बल्लेबाज हैं सचिन तेंदुलकर के समय में सचिन तेंदुलकर के आउट होते ही टीम 50 रन बनाने भी कई बार भारी पड़ जाते थे और दबाव में भारतीय टीम कई अवसरों पर अच्छी पकड़ होने के बावजूद बिखर जाती थी पर विराट कोहली के पास रहाणे, रोहित, रिषभ पंत जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं ,
जो यहां तक की कोहली की अनुपस्थिति में भी टीम आस्ट्रेलिया जैसी जगहों पर भी जीता कर लाए जबकि सचिन तेंदुलकर के समय में देश हो या विदेश केवल के सहारे ही भारतीय बल्लेबाजी और भारतीय टीवी चलते थे ऐसा न इतिहास में पहले कभी हुआ और न आगे होगा धोनी, विराट, युवराज, सहवाग वाली पूरी पीढ़ी ही सचिन को आदर्श मानते हुए बढ़ी हुई.
और भारतीय किक्रेट को उनकी छत्रछाया में विश्व के शिखर पर पहुंचाया सचिन के जाने के बाद काफी लोगों ने पूरा मैच देखना बंद कर दिया है और पहले लोग सचिन के लिए टेस्ट मैच भी देखते थे आज उनके किक्रेट रिटायरमेंट के बाद भी वो विराट कोहली से ज्यादा लोकप्रिय है ।