हनुमान जी ने समय पीछे क्यों किया था?
जब हनुमान जी त्रेता युग के अंत मे ध्यान समाधि में चले गए तो उन्हें पता ही नही चला कि त्रेता युग समाप्त हो गया है और द्वापर युग का आरम्भ हो चूका है.
जब उनका ध्यान टूटा तो वह राम राम चिल्लाने लगे उन्हें अचानक प्रभु श्री राम की बहुत याद आने लगी, वो व्याकुल हो उठे और पुनः युग परिवर्तन अर्थात त्रेता युग को वापस लाने लगे तो नारद जी ने उन्हें रोका और कहा कि ये प्रकृति और विधान के विरुद्ध है परंतु हनुमान जी नही माने और उन्होंने त्रेता युग को वापस लाने की ठान ली और प्रयास करने लगे तब स्वयं शिव जी को आना पड़ा ।