हवा में ही बंद हो गया था प्लेन का इंजन, रतन टाटा ने कैसे करवाई थी सेफ लैंडिंग? जानिए
यह तो पता नहीं कि रतन टाटा ने हवाई जहाज़ का इंजन फ़ेल होने पर उसकी सेफ़ लैंडिंग कैसे करवाई, लेकिन हर हवाई जहाज़ यदि उसका केवल इंजन ही फ़ेल हुआ है, कहीं भी सेफ़ लैंड कर सकता है। ऐसा हवाई जहाज़ तब ग्लाइडर (Glider) बन जाता है जिसे लोग अक्सर हवा में उड़ाते रहते हैं।
ग्लाइडर छोटा हवाई जहाज़ ही होता है, बस इसमें इंजन ही नहीं होता है। इसे उड़ाने के लिये इसे एक लंबे रस्से के सहारे एक हवाई जहाज़ के साथ बाँध दिया जाता है। जब हवाई जहाज़ उड़ता है तो उससे बँधा ग्लाइडर भी उड़ने लगता है.
जिसे उसमें बैठा पायलट नियंत्रित करता रहता है। एक ऊँचाई पर जाकर इस रस्से को खोल दिया जाता है जो नीचे गिर जाता है और हवाई जहाज़ ग्लाइडर से अलग हो जाता है। अब ग्लाइडर हवा में उड़ता रहता है। कुछ देर बाद ग्लाइडर का पायलाट ग्लाइडर को रनवे पर नीचे ले आता है।