2020 में यह शहर देश का सबसे गंदा शहर है

प्रत्येक वर्ष भारत सरकार स्वच्छता सर्वे कराती है। सन 2019- 2020 के लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सिटी सर्वे कराया गया। इस सर्वे में 434 शहरों को शामिल किया गया। इस सर्वे में करीब 37 लाख लोगों ने भाग लेकर अपने फीडबैक दिए। इस सर्वे में 10 लाख से ज्यादा वाली आबादी वाले शहरों को लिया गया। ऐसे शहर भारत में 47 हैं।

इस सर्वे के मुताबिक मध्यप्रदेश के इंदौर को पहला स्वच्छ शहर घोषित किया गया। यह खिताब इंदौर लगातार 4 वर्षों से जीत रहा है। इस सर्वे में इंदौर को 5647.56 अंक प्राप्त हुए। इस प्रकार भारत का सबसे साफ शहर इंदौर माना गया है।

इस सर्वे में दूसरे स्थान पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल है। इस सर्वे में तीसरे स्थान पर गुजरात का सूरत शहर है। जबकि चौथे स्थान पर नवी मुंबई है। यदि हम इस लिस्ट में सबसे गंदे और 47 में शहर की बात करें तो बिहार की राजधानी पटना है। इसका अर्थ है कि बिहार की राजधानी पटना देश के सबसे गंदे शहरों में से एक है जिनकी आबादी 1000000 से ऊपर है।

यदि हम पटना के स्कोर की बात करें तो पटना का स्कोर 1552.11 है। 46 वें स्थान पर पूर्वी दिल्ली है जिसका स्कोर 1962.31 है। देश का सबसे गंदा शहर यूपी का गोंडा है। यदि हम उत्तर प्रदेश की बात करें तो उत्तर प्रदेश का सबसे ज्यादा स्वच्छ शहर गंगा नदी के तट पर बसा वाराणसी है। जो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र भी है। इस शहर की रैंकिंग 32 है।

वाराणसी में अपनी रैंकिंग को बहुत अधिक सुधारा है क्योंकि सन 2014 में इस शहर की रैंकिंग 418 थी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र बनने के बाद यह शहर ने स्वच्छता के क्षेत्र में लंबी और ऊंची छलांग लगाई है।यदि पिछले साल की बात करें तो इसकी रैंकिंग 65 थी। यदि हम उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की बात करें तो इसकी रैंकिंग 269 है।

यदि हम स्वच्छ शहरों की बात करें तो यहां के लोगों का मानना है की स्वच्छ भारत मिशन के बाद उनका शहर काफी साफ हुआ है। इन शहरों का चयन वहां के अस्पतालों की स्वच्छता, सार्वजनिक शौचालय की सफाई और मैनेजमेंट के आधार पर किया गया है। सबसे गंदे शहरों में उत्तर प्रदेश के 50 में से 25 शहर हैं।

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