500000 रुपये किलो है, इस गधी के दूध का क्रीम
गधा, मूर्खता और सीधेपन से लेकर अपनी मेहनत तक के लिए पहचाना चाहता है। आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि भारत मे गधी के दूध से बना कॉस्मेटिक क्रीम लगभग 5000 रुपये का 100 ग्राम बिक रहा है।
पुराने समय से गधी के दूध को सौंदर्य प्रसाधन के रूप में प्रयुक्त किया जाता है। मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा के गधी के दूध से नहाने की कहानियां आज तक प्रचलित है।
दरअसल गधी के दूध में एन्टी ऑक्सीडेंट और एन्टी एजिंग गुण होते है। इसके अतिरिक्त यह अस्थमा और त्वचा रोगों में भी कारगर दवा है। इसे यू एन ने भी अत्यधिक प्रोटीन के कारण गाय के दूध का विकल्प स्वीकार किया है।
भारत मे भी इसका उत्पादन दक्षिण के तटीय राज्यो में होता है। जो लगभग रु 2500 प्रति लीटर के हिसाब से बिकता है।
इससे बने सौंदर्य प्रसाधन, साबुन , क्रीम , शैम्पू भी बाजार में है और काफी महंगे है। इसके महंगे होने का कारण गधी के दूध की कम उपलब्धता है क्योकि यह जानवर एक दिन में 1 लीटर दूध भी नही देता।
परन्तु औषधीय गुणों के अत्यधिक असरदार होने से इसकी मांग बहुत है। इसके उत्पादों के महंगे होने की कड़ी में एक और रोचक तथ्य बताते चलें कि दुनिया का सबसे महंगा पनीर जो लगभग एक लाख रुपये किलो है, सर्बिया में मिलता है, और गधी के दूध से बनता है।