संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित फिल्म “बाजीराव मस्तानी”, बॉलीवुड में एक बन गई अहम हिस्सा
यह फिल्म मराठा साम्राज्य के पेशवा बाजीराव मल्हार पर आधारित है । शंभूजी का बेटा साहू राजा के चरित्र को दिखाया गया है। पेशवा का शुरुआत बालाजी विश्वनाथ के समय से हो गया और धीरे-धीरे मराठा साम्राज्य की शक्ति पेशवा के अधीन हो गया तथा रघुनाथ के समय यह पद पैतृक हो गया। इस फिल्म में रणवीर सिंह बाजीराव मल्हार का रोल अपनाया है तथा उनकी दो पत्नियों में दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा का रोल अत्यंत सराहनीय है। फिल्में पेशवा की परिवार को भी दिखाया गया है जो उनकी मां के आदेश आदेश के प्रभाव को भी दिखाया गया है।
संजय लीला भंसाली एक बेहतरीन फिल्म निर्माता है इनके फिल्में बेहद चाव से देखा जाता है। इनमें से ही बाजीराव “मस्तानी फिल्म” बॉलीवुड में एक अहम हिस्सा बन गई। इस फिल्म में बाजीराव मल्हार यानी कि रणबीर सिंह है आपने कौशल्य और पिता से प्राप्त प्रशिक्षण मराठा साम्राज्य की नींव को मजबूत किया साहू को लरकरा आइए हम इस खोखले “वृक्ष की जड़ पर प्रहार करें शाखाएं तो स्वयं गिर जाएगी” इनका सीधा निशाना मुगल सम्राट था। बुंदेलखंड के राजा छत्रसाल की बेटी मस्तानी का रोल रोमांस और हिम्मतपूर्ण है। वह आपने हिम्मत से बुंदेलखंड की रक्षा के लिए बाजीराव से सहायता मांग कर अपने साम्राज्य को बचाया। बाजीराव मल्हार से मस्तानी का विवाह भी हुआ और उनके नाम पर “मस्तानी महल” भी बनाया गया।
फिल्में बाजीराव मल्हार की दो बीवियां काशी और मस्तानी को बेहद रूप से दिखाया गया है तथा पेशवा की मां आंतरिक घरेलू समस्या को भी दिखाया गया है जिसे पेशवा की मां मस्तानी को अपनी बहू मानने से इंकार करती है और माठा राजपूतों की मान सम्मान पर कलंक लगने की बात भी करती है लेकिन “इश्क तो इश्क हैं इस पर किसका जोर”मस्तानी के लिए अलग से उनके नाम पर “मस्तानी महल”बनाया गया और और उनका एक पुत्र शमशेर बहादुर भी हुआ तथा काशी का पुत्र “रघुनाथ” भी था।
बाजीराव मल्हार अपने जीवन में 40 युद्ध लगातार जीता। उनकी अधिकांश जीवन ख़ेमों में बीता और ख़ेमों में ही उनकी मृत्यु भी हो जाती है। बाजीराव की पहचान उनके तलवारों से की जाती है ।