ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम कम करता है स्तनपान, जनने के लिए पढ़ें पूरी खबर
आपने सुना होगा कि बच्चे के लिए मां का दूध बहुत जरूरी होता है। लेकिन, कभी क्या आपने ये सुना है कि मां के लिए उसका खुद का दूध भी फायदेमंद होता है। है न चौंकाने वाली बात! ये सच है कि स्तनपान (Breastfeeding) कराने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम कम होता है।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बहुत हद तक कम हो जाता है। ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन स्रावित होते हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम कम करते हैं। इसके अलावा, स्तनपान बर्थ कंट्रोल के लिए प्रभावकारी है।
ऐसा एल्कोहॉल या सिगरेट का सेवन करना, पहले गर्भ धारण में देरी होना, बच्चों को स्तनपान न करवाना, शरीर का वजन अत्यधिक बढ़ना, गर्भनिरोधक दवाइयों का सेवन करना या आनुवंशिक कारणों से हो भी ये बीमारी हो सकती है।
अस्त-व्यस्त दिनचर्या और असंतुलित खानपान की वजह से महिलाओं में तेजी से ब्रेस्ट कैंसर बढ़ रहा है। असंतुलित खानपान और जीवनशैली भी ब्रेस्ट कैंसर का एक कारण माना गया है।
स्तनपान कराने से मां ही नहीं बल्कि, बच्चा भी कैंसर से बच सकता है। मां के दूध में पाए जाने वाले एंटीबॉडीज बच्चे में कैंसर के जोखिम को कम करते हैं। इसके अलावा, अन्य कई रोगों से बचाने में भी मददगार साबित होते हैं। साथ ही मां का दूध बच्चे में मोटापे के जोखिम को भी कम करता है।