क्या आप गर्भनिरोधक गोली लेने के बाद भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं? जानिए
अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए सबसे ज्यादा गर्भनिरोधक गोली का उपयोग किया जाता है। इसे कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स या बर्थ कंट्रोल पिल्स भी कहा जाता है।
गर्भनिरोधक गोली आखिर क्या है?
गर्भनिरोधक गोली कॉन्ट्रासेप्टिव का ओरल मेथेड है। लेकिन गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने के साथ ही महिलाओं के मन में कई सवाल उठते हैं। जैसे, क्या कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स या बर्थ कंट्रोल पिल्स लेना सुरक्षित है? कहीं इसके कोई दुष्प्रभाव तो नहीं हैं? या इसके लेने का सही समय कब है?,
गर्भनिरोधक गोली मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं, पहली सामान्य कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स और दूसरी एमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स होती हैं। एमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स असुरक्षित सेक्स के कुछ घंटों के भीतर लेनी होती है। जो कि अनचाहे गर्भ को रोकने में मदद करती है। दूसरी तरफ सामान्य कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का सेवन करने से आपको गर्भधारण नहीं करने में मदद मिलती है।
जब महिला अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए या बर्थ कंट्रोल करने के लिए गर्भ निरोधक गोली का सेवन करती हैं, तो उसमें मौजूद एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन हॉर्मोन महिलाओं के शरीर में गर्भधारण के लिए जिम्मेदार हॉर्मोन्स को बाधित करते हैं।
यह हॉर्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव आमतौर पर महिला के ऑव्युलेशन को रोक देते हैं। इसके साथ ही यह सरवाइकल म्यूकस को मोटा कर देता है, जिससे स्पर्म इसमें से गुजरकर गर्भ तक नहीं पहुंच पाता।
एमरजेंसी कॉन्ट्रासप्टिव पिल्स
एमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स हॉर्मोन्स पिल्स होती हैं, जिन्हें ‘मॉर्निंग-आफ्टर पिल्स’ भी कहा जाता है। इसमें बर्थ कंट्रोल पिल्स में मौजूद गर्भधारण को रोकने वाले हॉर्मोन्स की उच्च मात्रा होती है। इन गर्भनिरोधक गोली को असुरक्षित यौन संपर्क के कुछ घंटों के भीतर लेना होता है। अपने लिए बेस्ट एमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स के चुनाव या कितने घंटों के भीतर का सेवन करने से जुड़ी जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें।