कुंभ मेले में कुंभ का क्या अर्थ है जानिए

कुम्भ मेला दो शब्दो से बना है , कुम्भ यानि की अमृत का घड़ा और मेला का मतलब आप जानते ही है। देवताओं और दानवो ने मिलकर समुद्र मंथन से … Read More

कुंभ मेला क्या है? जानिए इसके बारे में

कुंभ मेला न सिर्फ भारत अपितु समस्त विश्व में होने में वाला सर्वाधिक प्राचीन और अत्यंत विशाल संत समागम है जिसमें देश और विदेश से असंख्य संख्या में श्रद्धालु बिना … Read More

आखिर जानिए कुंभ, सिंहस्थ और अर्ध कुंभ में क्या अंतर है?

चार स्थानों पर प्रत्येक तीन वर्ष के अंतराम में कुंभ का आयोजन होता है, इसीलिए किसी एक स्थान पर प्रत्येक 12 वर्ष बाद ही कुंभ का आयोजन होता है। जैसे … Read More

भारत मे प्रयाग कुंभ मेले का सामाजिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व क्या है? जानिए

बड़े-बड़े साधू संतों के आवागमन से जहां लाखों लोगों को उनके दर्शनों का सौभाग्य मिलता है वहीं समाज में अपने धर्म के प्रति समर्पण से लेकर सम्मान तक व सेवा … Read More

प्रत्येक 12 वर्षों में कुंभ मेला क्यों आयोजित किया जाता है?

कुंभ का अर्थ है- कलश, ज्योतिष शास्त्र में कुम्भ राशि का भी यही चिह्न है. कुंभ मेले की पौराणिक मान्यता अमृत मंथन से जुड़ी हुई है. देवताओं एवं राक्षसों ने … Read More

क्या कुम्भ पर इतना खर्च करना आवश्यक है? जानिए

बहुत आवश्यक है, जहाँ पर लाखों-करोडो लोग आते हो वहां बेसिक सुविधाओं का होना बहुत आवश्यक है, जो एक अच्छे स्तर की नहीं थी, जो की जा रही हैं और … Read More

अर्ध कुम्भ क्या होता है? जानिए इसके पीछे का सच

कलश को कुंभ कहा जाता है। कुंभ का अर्थ होता है घड़ा। इस पर्व का संबंध समुद्र मंथन के दौरान अंत में निकले अमृत कलश से जुड़ा है। देवता-असुर जब … Read More

कुंभ मेला क्यों इतना महत्वपूर्ण है ? जानिए

कुम्भ मेला दो शब्दो से बना है , कुम्भ यानि की अमृत का घड़ा और मेला का मतलब आप जानते ही है। जब देवता राक्षसो से भाग रहे थे, तब … Read More

कुंभ मेले का पौराणिक इतिहास क्या है, इसका आयोजन किस किस जगह होता है? जानिए

कुंभ मेले का इतिहास कम से कम 850 साल पुराना है। माना जाता है कि आदि शंकराचार्य ने इसकी शुरुआत की थी, लेकिन कुछ कथाओं के अनुसार कुंभ की शुरुआत … Read More

कहां-कहां लगता है कुंभ मेला? जानिए उन जगहों के नाम

ऊत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। यह कुंभ 15 जनवरी पर मकर संक्रांति के शाही स्नान के बाद शुरू हो जाएगा। हालांकि ग्रह-नक्षत्रों की … Read More