आलू बुखारा खाने से दूर होती है कब्ज की समस्या

आलू बुखारा एक रंगबिरंगा फल है। दिखने में यह जितना आकर्षक है खाने में भी यह उतना ही स्वादिष्ट है। आलू बुखारा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह प्रूनस प्रजाति के पौधों से संबंध रखता है। देशभर में यह अलग-अलग रंगों में उपलब्ध होता है। भारत में इसे आडू बुखारा भी कहा जाता है। यह मीठा होने के साथ-साथ खट्टा भी होता है। सूखा आलू बुखारा काफी फायदेमंद होता है, इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

कोलेस्ट्रॉल हो या कब्ज आलू बुखारा के फायदे हैं अनेक

आलू बुखारा में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है। आलू बुखारा में पाया जाने वाला फाइबर पानी में घुलता नहीं है। आंत में स्टूल के साथ बल्क में मिलकर आंत में स्टूल की गति को बढ़ा देता है। इसके अतिरिक्त, आलू बुखारा में सोरबिटोल होता है। यह शुगर एल्कोहॉलिक प्रकृति के साथ प्रभाव से लेकेस्टेवि होता है।

नियमित रूप से आलू बुखारा या इसके जूस का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट की बीमारियों का खतरा रहता है। कोलेस्ट्रॉल पर आलू बुखारा के प्रभाव का आंकलन करने के लिए एक अध्ययन किया गया।

ह्रदय की सुरक्षा को लेकर आलू बुखारा की प्रभाविकता का विस्तृत अध्ययन करने की आवश्यकता है। जैसाकि ऊपर पहले ही बता दिया गया है कि आलू बुखारा में मौजूद पानी अघुलनशील होता है, जो आंत में स्टूल के साथ मिलकर इसकी गति को बढ़ा देता है। इससे कोलन कैंसर और बवासीर का खतरा कम होता है।

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