आखो और कैंसर जैसी बीमारियों के बचाव के लिए फायदेमंद है भिंडी का सेवन

भिंडी कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन और प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध है। इसके अंदर पाए जाने वाले एंटीडायबिटिक और एंटीहाइपरलिपिडेमिक गुणों के कारण यह मधुमेह को नियंत्रित कर सकती है। इसलिए, मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए भिंडी उत्तम आहार हो सकती है।

भिंडी में फोलेट, थियामिन, पायरीडॉक्सीन, विटामिन-ए व विटामिन-सी जैसे पोषक तत्वों के साथ ही उच्च मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है। फाइबर हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभकारी होता है। भिंडी के सेवन से पाचन तंत्र में सुधार के साथ ही कब्ज व गैस जैसी कई समस्याओं से छुटाकरा मिलता है। अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करना भिंडी के गुण में शुमार है।

भिंडी में दो प्रकार के फाइबर पाए जाते हैं, घुलनशील और अघुलनशील फाइबर। घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल सीरम को कम करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़कर हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। अघुलनशील फाइबर मल को आंतों के रास्ते आसानी से निकालने में मदद करता है।

कैंसर से बचने के लिए भी आप भिंडी का सेवन कर सकते हैं। खासकर, कोलोरेक्टल कैंसर से बचने के लिए आप भिंडी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। वैज्ञानिक अध्ययन ने खुलासा हुआ है कि भिंडी में एंटीऑक्सीडेंट, न्यूरोप्रोटेक्टिव, एंटीडायबिटिक, एंटीहाइपरलिपिडेमिक और थकावट रोधी गुण होते हैं। ये सभी गुण आपको कैंसर से बचाने में मदद करते हैं। भिंडी में मौजूद लेक्टिन से स्तन कैंसर का इलाज भी किया जा सकता है।

भिंडी के फायदे बीमारियों के इलाज के लिए भी हैं। भिंडी फाइबर से समृद्ध है, जो पानी को अवशोषित करके मल को मुलायम बनाती है। इसलिए, कब्ज की समस्या होने पर भिंडी का सेवन किया जा सकता है। भिंडी में एक प्रकार का चिकना पदार्थ भी पाया जाता है, जो मल को आसानी से बाहर निकालने के लिए आंतों में ल्यूब्रीकेंट की तरह काम करता है.

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