ऐसे पता करे भविष्य में क्या होने वाला है आपके साथ

कहा जाता है की इंसान की छठी इंद्री या सिक्सथ सेंस बेहद ही मजबूत होता है जो भविष्य में होने वाली सभी घटनाओं को भाप लेता है, इस शक्ति को योग के द्वारा जागृत किया जा सकता है, आज हम आपको यहाँ पर इसी टोपिक से जुड़े कुछ उपाय बताने वाले है.

माना जाता है की सिक्सथ सेंस का केंद्र ब्रह्मरंध्र है जो दोनों आँखों के बिच वाले स्थान से थोड़े उपर होता है. हमारे शरीर के अंदर सूक्ष्म नाड़ियों का पूरा जाल फैला हुआ है और इसमें सबसे प्रमुख इड़ा, पिंगला और सुषुम्ना है.

सुषुम्ना सबसे मध्य में स्थित है और ऐसा माना जाता है की जब नासिका के दोनों स्वर चलते है तो इनके सक्रीय होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है और इनकी सक्रियता से अतींद्रिय और ईश्वरीय ज्ञान जाग्रत हो जाता है.

हमारे पुरे शारीर में हजारो नाडिया है जिनकी शुद्ही सिर्फ प्राणायाम और आसनों से ही हो सकती है. इसीलिए भविष्य को जानने की शक्ति पाने के लिए सबसे पहले योग और प्राणायाम किया जाता है. इसके लिए आप कोई साफ़ और खुली जगह पर जा सकते हों ताकि आपके फेंफड़ो में ताजी हवा भरी जा सके.

भविष्य की घटना को देखने के लिए आपको सबसे पहले प्राणायाम का अभ्यास करना जरुरी है, जब इसका अच्छे से अभ्यास हो जाए तो बाद में भृकुटी पर ध्यान लगाकर निरंतर मध्य स्थित अंधेरे को देखते रहना चाहिए और ऐसा बोध करना चाहिये की श्वास अंदर से बाहर हो रही है, जब-जब समय बीतता जायेगा तब-तब मौन, ध्यान, साधना से मन की क्षमता को बढाया जा सकता है.

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