चोट के निशान को जल्द भरने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपचार
शरीर के किसी अंग पर चोट लग जाते ही फौरन उस पर बर्फ लगा सकते हैं। अगर आप चोट के आसपास की नसों को ठंडा कर देते हैं, तो इससे ब्लड मांसपेशियों में कम फैलता है। बाजार में भी आपको आइसपैक्स आसानी से मिल सकता है, जो स्पेशली चोट के लिए ही होता है।
हल्दी चोट के घाव के लिए एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक है। साथ ही हल्दी को चोट पर लगाने से इंफेक्शन का खतरा भी नहीं रहता है। अगर चोट लगने पर बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, तो तुरंत उस पर हल्दी का पाउडर डाल दें। इससे ब्लीडिंग बंद हो जाएगी।
तेजपत्ते या कैमोमाइल (बबूने का फूल) के टी-बैग्स लीजिए। टी बैग्स को गर्म पानी में डुबो लें। फिर इन्हें चोट के निशान पर लगाएं। कैमोमाइल से बहुत हद तक दर्द कम होता है।
एलोवेरा से भी दर्द और सूजन कम होता है। आप एलोवेरा के पत्तों को दबाकर उसमें से जेल निकालिए। इसके जेल को चोट के निशान पर लगाइए। एलोवेरा चोट के निशान को भरने में मदद करता है। इससे सूजन और दर्द नहीं होता है।