Government is giving ₹ 6000 financial help to pregnant women, how can people take advantage of it

गर्भवती महिलाओं को सरकार दे रही है ₹6000 की आर्थिक मदद जाने लोग इसका कैसे उठा सकते हैं लाभ

दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई है योजना खासकर गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना शुरू की गई है.

इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को आर्थिक मदद देने के लिए 2010 में इंदिरा गांधी सहयोग योजना के नाम से शुरू की गई थी लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नेतृत्व किया और इसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना कर दी गई।

जिसे 2020 तक पूरे देश में लागू कर दिया गया आपको बता दें कि इस योजना का उद्देश्य हर राज्य में हर महिला गर्भवती तथा स्तनपान करने वाली महिला को इसका आर्थिक मदद दी जाने के लिए किए जाने के लिए उपयोग किया जाने लगा इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करना होता है.

ताकि वह खुद के साथ-साथ अपने नवजात की भी देखभाल कर सकें जानकारी के मुताबिक जननी सुरक्षा योजना से एक करोड़ से अधिक महिलाओं को मदद मिल रही है।

कितना मिलेगा लाभ
जननी सुरक्षा योजना (JSY) के तहत सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार हर गर्भवती महिला को छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता देती है।
जननी सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण इलाके की गर्भवती महिलाओं को 1,400 रुपये और शहरी क्षेत्र की महिलाओं एक हजार रुपये दिए जाते हैं, जबकि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत उन्हें पांच हजार रुपये और मिलते हैं। प्रसव के बाद
पांच साल तक जच्चा-बच्चा के टीकाकरण को लेकर भी उन्हें संदेश मिलते रहते हैं

इन तीन किस्तों में मिलती है मदद राशि

  • पहली किस्त- यह किस्त ₹1000 की होती है जो कि गर्भावस्था के दौरान पंजीकरण के समय प्रदान की जाती है।
  • दूसरी किस्त- इस किस्त को गर्भावस्था के 6 महीने बाद और प्रसव के पहले दिया जाता है। दूसरी किस्त में लाभार्थी को
    ₹2000 मिलते हैं।
  • तीसरी किस्त- तीसरी किस्त बच्चे के जन्म और उसके पंजीकरण तथा तमाम टीकाकरण के प्रथम चक्र पूरा होने पर मिलती है। इसके तहत लाभार्थी को ₹2000 दिए जाते हैं।
  • वहीं ₹1000 का अतिरिक्त लाभ जननी सुरक्षा योजना के तहत महिला को प्रसव के ही दौरान दे दिया जाता है।

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