क्या आपने देखा है काले नस्ल के मुर्ग़े जानिए इसके बारे में रोचक जानकारी
काले नस्ल के मुर्गे सिर्फ भारत के मध्य प्रदेश के धार जिलों में पाए जाते है और इन्हे कड़कनाथ या काली मासी (काले मांस वाले मुर्गे) चिकन के नाम से जाना जाता है। अपने उच्च प्रोटीन और बहुत कम वसा और कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कारण, यह उच्च मांग में है।
यह नस्ल लगभग विलुप्त हो जाते भारत से अगर आई.एस.तोमर और उनकी टीम ने इस पक्षी को विलुप्त होने से बचाने के लिए अपने 30 साल समर्पित न किये होते।
यह पक्षी पूरी तरह से काले हैं: काले पैर ,काली चोंच और जीभ, काले मांस और और यहां तक की इनकी हड्डियों भी काली है। बस इनके अंडे छोड़ कर मुर्गियाँ हल्के गुलाबी रंग के अंडे देती हैं। मुर्गे का वजन 2.5 किलोग्राम और मुर्गियों का वजन 1.5 किलोग्राम हो सकता है।
यह नस्ल भारत के अलावा इंडोनेशिया में भी पाई जाती है जहां इसे अयम सेमानी के नाम से जाना जाता है। कड़कनाथ अच्छे स्वाद वाले ग्रेश ब्लैक मीट के लिए लोकप्रिय है।