एक दिन मे 5 बार सेल्फी रहे हैं तो हो जाए सावधान,नहीं तो आपको हो सकती है यह गंभीर बीमारी
कुछ लोग रोजाना दो-तीन सेल्फी लेते हैं तो कुछ इसकी सीमा तय नहीं कर पाते। सेल्फी लेना जब लत बन जाती है, तो ‘सेल्फाइटिस’ बीमारी कहलाती है। यह एक तरह का मानसिक विकार है जिसमें व्यक्ति दिन भर में कई सेल्फी लेता है । इसका उसके दिमाग और व्यवहार दोनों पर असर पड़ता है । सोशल नार्सिसिज़्म यह भी एक तरह का मानसिक विकार है जो सोशल-मीडिया से जुड़ा हुआ है ।
सोशल मीडिया पर लगातार प्रोफाइल पिक्चर बदलते रहना, कई स्टेटस या तस्वीरें पोस्ट करना, दिन में 60 से 100 बार सोशल मीडिया अकाउंट जांचना, कमेंट या चैट के जरिए अधिक बातचीत करना, कमेंट के ज़रिए क्रोध या आक्रामक होने जैसी लत इस विकार का नतीजा होती हैं ।
विकार के कई कारण हैं अच्छी सेल्फी लेने के प्रयास में बार- बार तस्वीरे लेना, लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना, भरोसे की कमी और फिट होनेव सबसे अच्छा दिखने की भावना सामाजिक तौर पर होड़ , सोशल मीडिया पर अधिक लाइक पाने की चाह ,कमेंट्स और तारीफें पाने की होड़ करना आदि बार – बार सेल्फी लेने के कारण हो सकते हैं ।
मानसिक रूप से ख़तरनाक है जब व्यक्ति को मनमुताबिक तारीफ़ या तवज्जो नहीं मिलती है तो वह निराश और चिड़चिड़ा हो जाता है । अन्य लोगों के मुकाबले जब तस्वीर अच्छी नहीं होती है या वह – अपनी तस्वीरों से संतुष्ट नहीं होता तो उसके आत्मविश्वास में कमी आने लगती है ।
वह अकेला रहना पसंद करता है , परिवार और करीबियों से दूरी बना लेता है या फिर नशे का आदी हो जाता है । इससे डिप्रेशन का शिकार हो सकता है और साथ ही ख़ुदकुशी भी कर सकता है ।