इस देश में शराब पीकर साइकिल चलाने वालों को हो जाती है जेल
जापान में ड्रग्स और क्राइम से जुड़ी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2018 में जापान में एक लाख लोगों में 0.28 दर से हत्याओं की वारदात हुई थीं. वहीं, ब्राजील में साल 2017 में यह दर 30.8 रही. ये आंकड़े तो हालिया वक्त के हैं, लेकिन जापान अगर चैन की नींद सोता है तो उसके पीछे वहां की पुलिस की हथियारों और अपराधों को लेकर जीरो टॉलरेस पॉलिसी का हाथ ज्यादा है और ये तमाम नियम कायदे 200 साल पुराने हैं.
जापान में इसे कोबेन कहा जाता है. एक कोबेन में दो से तीन पुलिस वाले रहते हैं. उनका काम होता है लोगों को सुरक्षा से जुड़ी जानकारी देना.
अगर किसी नागरिक का कोई सामान गायब हो जाए तो वो कोबेन में इसकी शिकायत कर सकता है. ये पुलिस समाज को सेवा देने का काम करती है. पूरे जापान में 6600 कोबेन हैं.
साइकिल चालकों के लिए बनाए गए कानून के तहत शराब पीकर साइकिल चलाने वालों को जुर्माना और कारावास की सजा भी होती है.
हेडफोन के साथ साइकिल चलाना, अपने सेल फोन के साथ काम करना या साइकिल चलाते सामय छाता ले जाना भी मना है. जापान के नागरिक भी इस कानून व्यवस्था का पालन करने में आगे रहते हैं और देश को बेहतर बनाने में योगदान देते हैं.