Independence day special: भारत में सबसे पहले इस जगह फहराया जाता है तिरंगा,15 अगस्त 1947 से चली आ रही परंपरा

15 अगस्त 1947 यानि देश की आजादी की दिन, यहीं वो दिन है जब भारत को पिछले 200 सालों से चली आ रही गुलामी से आजादी मिली। आजादी के इसी जश्न को मनाने के लिए पूरे देशभर के लोग जमा हुए थे और पूरा देश जश्न में डूब गया था। लेकिन आजादी का जश्न मना रहे देशवासियों को ये आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली थी। इस आजादी के लिए देश के जवानों और हजारों लोगों ने आहुति दी है,

जिसमें उन्होंने अपनी जान तक की भी बाजी लगाई, गोलियां खाई जब कहीं जाकर सदियों की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 के दिन भारत गुलामी की जंजीरों से आजाद हुआ।और सबसे पहले भारत के इस राज्य में फहराया गया राष्ट्रध्वज चलिए तो आपको उसके बारे में बताते हैं कि यह राज्य कौन सा है जहां पर सबसे पहले झंडा फहराया जाता है.

 क्रांतिकारियों का गढ़ कहे जाने वाले कानपुर ने देश की आजादी में अहम भूमिका अदा की थी, जिसके चलते जब देश सो रहा था तब नामित प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के साथ बारह बजे रात्रि को कानपुरवासी झण्डा फहरा रहे थे। तब से शुरू हुई परंपरा आज भी जारी है।

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