जानिए क्रैनबेरी के रस के फायदे
क्रैनबेरी का रस क्रैनबेरी फल से तैयार किया जाता है। क्रैनबेरी फल को सबसे पहले उत्तर अमेरिका में उगाया गया था। यह रस पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसका भोजन के साथ-साथ औषधीय प्रोडक्ट्स में भी उपयोग किया जाता है।
क्रैनबेरी का वैज्ञानिक नाम वैक्सीनियम मैक्रोकारपोन (Vaccinium macrocarpon) होता है। ब्रोकली, पालक तथा सेब जैसे अन्य फलों और सब्जियों की तुलना में क्रैनबेरी में एंटीऑक्सीडेंट गुणों की मात्रा बहुत अधिक होती है।
क्रैनबेरी के रस का सेवन मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई), श्वसन से जुड़े विकार, किडनी की पथरी, कैंसर और हृदय रोग में लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा यह पेट की समस्याओं, दांतों की समस्याओं और डायबिटीज को रोकने में भी उपयोगी होता है। इस जूस में प्राकृतिक फाइटोन्यूट्रिएंट्स यौगिक पाए जाते हैं, ये हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं।
क्रेनबेरी के जूस के फायदे मूत्र पथ संक्रमण के लिए –
मूत्र पथ संक्रमण मूत्र में सामान्य स्तर से अधिक सूक्ष्म जीवों के कारण होता है। जिसके कारण मूत्राशय में संक्रमण हो सकता है जिससे किडनी में सिस्ट या फिर प्रोस्टेट में जीवाणु प्रोस्टेटाइटिस हो सकता है।
न्यू जर्सी की रटगर्स यूनिवर्सिटी में एक टीम द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार क्रैनबेरी के रस में प्रोएंथोसायनिडिन (proanthocyanidins) नामक पौधों में पाया जाने वाला योगिग होता है। इसमें एंटी-क्लींजिंग (anti-clinging) गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया को मूत्राशय की दीवारों पर चिपकने से रोकते हैं। इससे बैक्टीरिया न फैलते हैं और न ही आगे बढ़ते हैं, जिससे वे संक्रमण पैदा नहीं कर पाते हैं।
लॉस एंजिल्स बायोमेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट में शोधकर्ताओं के अनुसार नियमित रूप से क्रैनबेरी का रस पीने से मध्यम आयु की और गर्भवती महिलाओं में यूटीआई को रोकने में मदद मिल सकती है।
क्रेनबेरी के जूस के लाभ रखें ह्रदय को स्वस्थ –
क्रैनबेरी का रस ह्रदय से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करने और कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य को अच्छा रखने में मदद कर सकता है। क्रैनबेरी में मौजूद फ्लैवोनोइड्स में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो एथेरोस्क्लेरोसिस के खतरे को कम कर सकते हैं।
एथरोस्क्लेरोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें रक्त में अधिक फैट, कैल्शियम और कोलेस्ट्रॉल बनने के कारण धमनी संकरी हो जाती है। यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन से भरपूर रक्त के प्रवाह को रोकती है और इसके अलावा यह दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है। क्रैनबेरी में फाइटोन्यूट्रिएंट भी पाए जाते हैं। जिसके के कारण इसमें सूजन को कम करने वाले गुण होते हैं।
करौंदा के जूस के औषधीय गुण बचाएं कैंसर से –
करौंदे में प्रोएंथोसायनिडिन पाया जाता है, जो विभिन्न प्रकार की कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करता है। करौंदा के रस में कैंसर को कम करने वाले तत्व होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं खासतौर पर कोलन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाओं को फैलने से रोकते हैं।
एक अन्य अध्ययन के अनुसार प्रोएंथोसायनिडिन रक्त वाहिकाओं में छोटे छोटे ट्यूमर को बनने से रोकने में मदद कर सकते हैं। करौंदा के रस का नियमित सेवन ट्यूमर को बढ़ने से भी रोकता है। करौंदा में कई शक्तिशाली फाइटोकेमिकल्स भी होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट, मुक्त कणों के कारण होने वाले कोशिकाओं के नुकसान से आपके शरीर को बचाते हैं। फ्री रेडिकल उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में योगदान देते हैं।
क्रैनबेरी के जूस के फायदे रखें पाचन को बेहतर –
जो यौगिक आपके हृदय की रक्षा करने में मदद करते हैं, वही यौगिक आपके पाचन तंत्र के कार्यों में भी सुधार करते हैं। पेप्टिक अल्सर हेलिकोबैक्टर पिलोरी या एच पिलोरी नाम के बैक्टीरिया के कारण होता है। ये सूक्ष्मजीव पेट और पाचनांत्र (duodenum) की सुरक्षात्मक परत पर हमला करते हैं। इससे पेट की दीवारों में सूजन हो सकती है।
फ्लेवोनोइड्स में परिपूर्ण खाद्य पदार्थ जैसे करौंदा, सेब और लहसुन आदि पिलोरी बैक्टीरिया को फैलने से रोकते हुए पेट की दीवार समेत पेट के अन्य विकारों के खतरों को भी कम करते हैं।
क्रेनबेरी के जूस का सेवन करे बालों का विकास –
क्रैनबेरी का रस लंबे और चमकदार बाल पाने के लिए सबसे अच्छे फलों के रस में से एक है। क्रैनबेरी के रस में मौजूद विटामिन ए और विटामिन सी ऐसे दो मुख्य विटामिन हैं जो बालों के विकास को बढ़ाने में मदद करते हैं। क्रैनबेरी के रस का नियमित सेवन बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है और बालों के विकास को बढ़ाता है।