जानिए छोटी या हरी इलायची इस्तेमाल करने के फायदे
अपनी बेमिसाल खुशबू और स्वाद की वजह से इलायची (Cardamom) को मसालों की रानी कहा जाता है। मसालों के रूप में इसका उपयोग प्राचीन काल से ही किया जा रहा है। एशिया के अलावा भारतीय उपमहाद्वीप में भी यह बहुत लोकप्रिय है। अच्छी सुगंध, कामोत्तेजक गुण होने के साथ-साथ यह पेट-दर्द को कम करने में भी उपयोगी है।
यह दो प्रकार की होती है- हरी या छोटी इलायची और बड़ी इलायची।
बड़ी इलायची का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
आमतौर पर बड़ी इलायची का इस्तेमाल व्यंजनों को लजीज बनाने के लिए एक मसाले के रूप में की जाती है।
छोटी या हरी इलायची का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
छोटी या हरी इलायची का इस्तेमासृल मिठाइयों की खुशबूदार और लजीज बनाने के लिए किया जाता है। संस्कृत में इसे एला कहा जाता है। वहीं, लैटिन में एलेटेरिआ कार्डामोमम कहा जाता है।
गले की खराश दूर करने के लिए
अगर आवाज बैठी हुई है या गले में खराश की समस्या है, तो सुबह उठते के बाद और रात को सोते समय छोटी इलायची चबा-चबाकर खाने के बाद गुनगुना पानी पीने से लाभ मिलता है।
सर्दी-खांसी के उपचार के लिए
सर्दी-खांसी और छींक होने पर एक छोटी इलायची, एक टुकड़ा अदरक, लौंग और तुलसी के पत्तों को एक साथ मिलाकर पान के साथ खाने से लाभ मिलता है।
मुंह के छाले ठीक करने के लिए
मुंह में छाले हो जाने पर बड़ी इलायची को महीन पीसकर उसमें पिसी हुई मिश्री मिलाकर उसका सेवन करने से छाले जल्दी ही ठीक हो जाते हैं।
बदहजमी की समस्या होने पर
बदहजमी होने या पेट फूलने पर बड़ी इलायची के दाने चबाने चाहिए।