जानिए एल्युमिनियम फॉयल से होने वाले साइड इफेक्ट्स

दूषित हो सकते हैं खाद्य पदार्थ
हम सभी रोजाना खाना पैक करने के दौरान एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन खाना पैक करते वक्त यह हमेशा ध्यान रखें कि एल्युमिनियम फॉयल पेपर में कभी भी खट्टे पदार्थ और सब्जियों को पैक नहीं करना चाहिए। क्योंकि एल्युमिनियम फॉयल खट्टे पदार्थ और मसालेदार सब्जियों के साथ केमिकल रिएक्शन कर लेता है, जिसका सीधा असर नर्वस सिस्टम पर नकारात्मक पड़ता है।

इसलिए ध्यान रखें हेल्दी रहने के लिए खाने को खराब होने से बचाने के लिए एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल करें लेकिन, खट्टी चीजें और मसाले वाले खाद्य पदार्थों को इसमें पैक न करें।

इनफर्टिलिटी
एक रिपोर्ट के अनुसार अगर कोई पुरुष लंबे वक्त तक एल्युमिनियम के बर्तन में बना खाना या एल्युमिनियम फॉयल में रैप किये हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करता है, तो इससे मेल इनफर्टिलिटी (बांझपन) का खतरा बढ़ सकता है। इसके लिए बाकायदा 60 लोगों पर रिसर्च भी की गई है। एल्युमिनियम फॉयल की वजह से स्पर्म की संख्या कम होने लगती है।

हड्डी और किडनी की परेशानी
अगर आप रोजाना एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल खाने को पैक करने के लिए कर रहीं हैं या करते हैं, तो ऐसा न करें। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार अगर इसका ज्यादा इस्तेमाल किया गया तो धीरे-धीरे इसकी वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इसके साथ ही इसका किडनी पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैमेंटल हेल्थ प्रॉब्लम
अगर आप रोजाना एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल खाने को बेहतर बनाए रखने के लिए करते हैं, तो आपको थोड़ा सतर्क हो जाना चाहिए। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार एल्युमिनियम फॉयल या एल्युमिनियम के बर्तन में खाना बनाने से केमिकल रिएक्शन होता है। जिस वजह से अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी गंभीर मेंटल इलनेस की समस्या हो सकती है।

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