प्यार और पसंद में क्या फर्क होता है,जानिए
अक्सर आपने देखा या सुना होगा की किसी का रिलेशनशिप 2 दिन या 1 महीना चलने के बाद टूट गया. आप ऐसे रिलेशनशिप को प्यार नही कह सकते हो, आप इसे attraction कह सकते हो. जो कपल पूरे लव मे होते है वो फ्यूचर तक की सोचते है पर अट्रैक्शन के मामले मे ऐसा नही होता है. हमने आपको पहले ही बोला था की अट्रैक्शन मे नीड्स होती है.प्यार मे आप Future की सोचते हो पर Attraction मे नही.
प्यार मे आप एक दूसरे को बहुत Like करते हो पर Attraction मे ऐसा नहीं होता है. जब आप love मे होते हो तो आपका पार्टनर ही आपके लिए सब कुछ होता है, पूरी दुनिया एक तरफ अलग और आपका पार्टनर अलग. आप अपने पार्टनर को इतना प्यार करते हो की आप उसके बिना रह नही सकते.
अगर आपका पार्टनर 2 मिनट के लिए भी इधर-उधर हो जाए तो आपको बेचेनी सी होने लगती है, असल मे इसे प्यार कहते है.
अट्रैक्शन के मामले मे एसा कुछ नही होता है, 2 दिन का अट्रैक्शन होता है फिर ख़त्म. अगर अट्रैक्शन की बात की जाए तो इसमे नीड्स होती है, एक बारी नीड्स ख़त्म हो गयी तो अट्रैक्शन ख़त्म.