जानिए वर्कआउट करने का सही समय क्या है

वर्कआउट करने का सही समय क्या है – सुबह या शाम। वर्कआउट या व्‍यायामों का फायदा तब और अधिक मिलता है जब इन्हें सही समय पर किया जाए, इसलिए कसरत करने से पहले सबसे पहले तो हमारे दिमाग में एक सवाल आता है कि एक्सरसाइज करने का सबसे बेहतरीन समय कौन सा है? कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सुबह के समय वर्कआउट करना बेहतर है वहीं कुछ अन्य पेशेवरों का मानना है कि शाम का समय अधिक फायदेमंद होता है।

सुबह के समय व्यायाम के फायदे

सुबह के समय व्यायाम के फायदे बनाएं आपको नियमित
शाम की बजाए सुबह में कसरत के लिए एक घंटे का समय निकालना कुछ लोगों के लिए आसान होता है। अगर आप सुबह एक्सरसाइज के लिए जाते हैं तो आप शाम को अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिता सकते हैं। कुछ लोग शाम को भी देर तक काम करते हैं या उन्हें आने में देरी हो जाती है या शाम तक कसरत करने के लिए उनमें पर्याप्त ऊर्जा नहीं होती है। ऐसे में अगर आप सुबह में कसरत करते हैं तो आप नियमित रूप से जिम में जा सकते हैं। 75% महिलाएँ जो सुबह के समय कसरत करती है, वो शाम को कसरत करने वाली महिलाओं की तुलना में 25% से अधिक अपने कार्यों को लेकर नियमित रहती है

मॉर्निंग एक्सरसाइज के लाभ रखें भीड़ से दूर
शाम के समय अधिकतर फिटनेस सेंटर 5 बजे से 9 बजे तक भरे हुए होते हैं, जिसके कारण मशीन या उपकरण से जुड़ी एक्सरसाइज नहीं हो पाती है। सुबह में अपेक्षाकृत कम भीड़ होती है, तो आप आसानी से अपने वर्कआउट के अनुसार उपकरण उपयोग करके अपनी कसरत पूरी कर सकते हैं।

सुबह की कसरत है अधिक सुविधाजनक
सुबह के समय कसरत जाने के लिए आपको तैयार होने के लिए बहुत ज़्यादा सोचने की ज़रूरत नहीं होती है। वहीं शाम के समय जिम जाने के लिए आपको ऑफिस से आने के बाद कपड़े बदलने पड़ते हैं जिस कारण जिम जाने के लिए हम कई बार आलस भी कर जाते हैं।

सुबह के व्यायाम का महत्व है भूख बढ़ाने के लिए
सुबह के समय वर्कआउट करना आपकी भूख को बढ़ाता है, जिसकी वजह से आपके नाश्ते और पोषक तत्वों की मात्रा अधिक संतुलित रहती है। इसके अलावा, वर्कआउट के कारण आप दिन में अधिक पानी पीते हैं जो एक बहुत ही अच्छी आदत है।

सुबह की कसरत के लाभ हैं नींद को बेहतर बनाने में
सुबह के समय कसरत करना सुनिश्चित करता है कि आप बिस्तर पर जल्दी जाएं और रात में देर तक ना जागें। जल्दी सोना और सुबह जल्दी जागना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। नींद पूरी ना होने के कारण तनाव हार्मोन कोर्टिसोल बढ़ जाता है जिससे हम अधिक खाने लगते हैं। तो अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप जल्दी सोएँ और पर्याप्त नींद प्राप्त करें।

शाम के समय व्यायाम के फायदे

सुबह के समय व्यायाम करने वाले लोग, बिस्तर से उठकर सीधे ट्रेडमिल पर आ जाते हैं, कई बार आधी नींद में होने के कारण एकाग्रता खो जाने से चोट भी लग सकती है। जो लोग शाम में व्यायाम करते हैं, वो दिन में जो भी ऊर्जा संरक्षित करते है वो इसका इस्तेमाल दिन के अंत में वर्कआउट करने के लिए करते हैं। ऐसे लोगों में शाम के समय वर्कआउट करने की अधिक क्षमता होती है क्योंकि दिनभर में उनकी ऊर्जा व्यर्थ नहीं होती है और वे पूरा दिन अधिक ऊर्जावान रहते हैं।

शाम में व्यायाम के लाभ करें तनाव को दूर
थकान भरे दिन के बाद तनाव को दूर करने के लिए शाम के समय कसरत करना एक शानदार तरीका है। तनाव की वजह से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल में वृद्धि होती है, जिसकी वजह से लोग अधिक खाने लगते हैं और उनका वजन अधिक बढ़ जाता है। तो पूरे दिन के तनाव और गुस्से को कम करने के लिए शाम के समय व्यायाम करना बेहतर होता है।

शाम के समय वर्कआउट के फायदे जिम पार्टनर के साथ
अगर आप शाम में व्यायाम करते हैं तो कसरत के लिए एक उपयुक्त साथी ढूँढना अधिक आसान है। एक पार्टनर के साथ आप उससे ट्रेडमिल पर पसीना बहाने की प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। सुबह पांच बजे जाग कर आपके साथ ट्रेडमिल पर आपकी गति से अपनी गति मिलाने के लिए बहुत ही कम लोग तैयार होते हैं।

शाम में एक्सरसाइज के फायदे रक्त परिसंचरण के लिए
शाम को वर्कआउट करने से ऊतकों में अधिक रक्त की आपूर्ति होती है। रक्त वाहिकाओं के फैलाव से त्वचा में रक्त के द्वारा गर्मी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे अतिरिक्त गर्मी को शरीर से हटाया जा सकता है। यह मांसपेशियों को ऑक्सीजन देता है और पोषक तत्वों की एक बेहतर आपूर्ति करता है, साथ ही सतर्कता में सुधार करता है और ऊर्जा को बढ़ाता है।

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