अब मुफ्त में ले भरपूर बिजली ,घर में लगाये ये अनोखा ट्री जो दस दिनों तक बिना धूप के भी देगा पॉवर सप्लाई जानिए कैसे
आज हमारे देश में जो उर्जा संकट है उसमें सोलर प्लांट की महत्ता और भी ज्यादा बढ़ जाती है और ऐसे में अगर आज सोलर प्लांट को बढ़ावा दिया गया तो देश से बिजली की कमी दूर हो जाएगी।आईआईटी पटना के इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट ने एक अनोखा सोलर ट्री तैयार किया है। सोलर पावर से बिजनेस की शुरुआत करने के लिए इसकी “ट्री टेक्नोलॉजी”‘ ज्यादा बेहतर है।
सोलर ट्री प्लांट का खास तौर पर उद्देश्य यह है कि जिस तरीके से हरित क्रांति को लोग बढ़ावा दे रहे हैं उसी तरह से इस अभियान को भी बढ़ावा दिया जाए ताकि बिजली की कमी को दूर किया जा सके। आज सोलर प्लांट भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रचलन में है और इसकी सफलता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भारत में लगातार इसका प्रचलन बढ़ रहा है।इस सोलर ट्री की खास बात ये है कि ये बिना धूप के भी दस दिनों तक पॉवर दे सकता है। आईआईटी पटना द्वारा तैयार ये सोलर ट्री पूरी तरह से ऑटोमेटेड होगा जिसे रिमोट से संचालित किया जाएगा। इसी वजह से ये सोलर तरी किसी अन्य सोलर ट्री से एडवांस है। इसके साथ ही इस बात ही पुष्टी हो चुकी है कि यह दस दिनों तक लगातार पॉवर सप्लाई कर सकते है।
200 मीटर दूर से कर सकते है कंट्रोल
आईआईटी पटना के इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट के हेड और इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रहे डॉ.आरके बेहरा ने बताया कि आठ महा के परीक्षण में कई बातें स्पष्ट हो गई है। जैसे इस चौबीसों घंटे और बिना धूप के दस दिनों तक इसका यूज किया जा सकता है। यह जहां लगा होगा वहां से करीब 200 मीटर तक के रेंज से इस रिमोट से कंट्रोल किया जा सकता है।
सोलर ट्री की कीमत
आपको बता दें कि प्रति सोलर ट्री की लागत पैनल के साइज और उसके कैपिसिटी पर भी डिपेंड करती हैं, इसके एक ट्री को लगाने में मात्र 1 मीटर से भी कम जगह का इस्तेमाल होता है। इसमें ट्री नुमा सेट में 4 से लेकर 12पैनल तक लगाए जा सकते हैं। कीमत कम से कम 1 लाख से शुरू होकर 15लाख तक जाती है। ये धूप से एनर्जी को लेकर उसे बिजली में कन्वर्ट कर देती है। एक ट्री की तरह इसे लगाते हैं, जिसमें पत्तियों की जगह इसके पैनल लगे होते हैं।इस सोलर ट्री में एडवांस डिवाइस लगा है जिससे यह पता चल सकता है कि उशके किस हिस्से में गडबड़ी है। पूरी सिस्टम रिमोट कंट्रोलिंग के साथ बनाया गया है। हालाकिं मॉनिटर वायरलेस होगा। सोलर ट्री का फंक्शनिंग वायरलेस कम्यूनिकेशन पर आधारित है।
स्ट्रीट लाइट में भी इनिशिएटिव
आईआईटी पटना की टीम सोलर ट्री प्रोजेक्ट को एक कदम आगे ले जाते हुए इसी कॉन्सेप्ट पर स्ट्रीट लाइट के तौर पर भी इसे विकसित करने पर काम शुरू कर रही है। डॉ.आर के बेहरा ने बताया कि चूंकि यह देश भर में बने किसी भी सोलर ट्री से एडवांस औऱ अलग फीचर वाला है इसलिए इसे पेंटेट करने की भी तैयारी चल रही है।
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