सनातन धर्म के अनुसार पृथ्वी किस पर टिकी हुई है ? जानिए
भगवत गीता के द्वितीय या तृतीय अध्याय में श्री कृष्ण कहते हैं की हे अर्जुन जो व्यक्ति वेदों की अलंकृत भाषा में उलझा रहता है वो वेदों के मूल ज्ञान … Read More
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भगवत गीता के द्वितीय या तृतीय अध्याय में श्री कृष्ण कहते हैं की हे अर्जुन जो व्यक्ति वेदों की अलंकृत भाषा में उलझा रहता है वो वेदों के मूल ज्ञान … Read More
हरिद्वार महाकुम्भ में ५ करोड़ से अधिक श्रद्धालु चार महीनों के दौरान पधारे; १४ अप्रैल के एक दिन में १ करोड़ लोग उपस्थित। २००१ – प्रयागराज के मेले में छः … Read More
आप कुंभ मेला में बहुत सारे साधु देखते हैं लेकिन फिर ये कम ही दिखाई देते हैं। इसका कारण यह है कि कुंभ स्नान के बाद ये सब हिमालय या … Read More
“वो जिन्हें हम तिरस्कार समझते है वो ही तो है जो जीवन की बधाइयां देने सबसे पहले आते है।” मुझे बचपन से लेकर आज तक पता नहीं क्यों, ट्रांसजेंडर्स (जी) … Read More
कुम्भ मेला दो शब्दो से बना है , कुम्भ यानि की अमृत का घड़ा और मेला का मतलब आप जानते ही है। देवताओं और दानवो ने मिलकर समुद्र मंथन से … Read More
कुंभ मेला न सिर्फ भारत अपितु समस्त विश्व में होने में वाला सर्वाधिक प्राचीन और अत्यंत विशाल संत समागम है जिसमें देश और विदेश से असंख्य संख्या में श्रद्धालु बिना … Read More
चार स्थानों पर प्रत्येक तीन वर्ष के अंतराम में कुंभ का आयोजन होता है, इसीलिए किसी एक स्थान पर प्रत्येक 12 वर्ष बाद ही कुंभ का आयोजन होता है। जैसे … Read More
बड़े-बड़े साधू संतों के आवागमन से जहां लाखों लोगों को उनके दर्शनों का सौभाग्य मिलता है वहीं समाज में अपने धर्म के प्रति समर्पण से लेकर सम्मान तक व सेवा … Read More
कुंभ का अर्थ है- कलश, ज्योतिष शास्त्र में कुम्भ राशि का भी यही चिह्न है. कुंभ मेले की पौराणिक मान्यता अमृत मंथन से जुड़ी हुई है. देवताओं एवं राक्षसों ने … Read More
बहुत आवश्यक है, जहाँ पर लाखों-करोडो लोग आते हो वहां बेसिक सुविधाओं का होना बहुत आवश्यक है, जो एक अच्छे स्तर की नहीं थी, जो की जा रही हैं और … Read More