वह भारतीय बल्लेबाज जिसे 13 शतक की वजह अपना कैरियर करना पड़ा कुर्बान

इस इंटरव्यू में भारतीय क्रिकेटर करुण नायर के इस बयान ने क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है कर्नाटक के 28 साल के क्रिकेटर की कहानी बहुत ही दर्दनाक है अब तक इन्होंने मात्र 6 टेस्ट खेले हैं इसमें से तीसरे में 13 शतक जमा चुके हैं इंग्लैंड के खिलाफ वीरेंद्र सहवाग के बाद इकलौते वही ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं जिसमें यह कारनामा किया है मगर यही 13 शतक जैसे कर उनके लिए कोल्ड बन गया क्योंकि नवंबर 2016 में मारे 13 शतक के बाद उनसे कुछ ज्यादा ही उम्मीदें बढ़ गई थी

इस कारण इंग्लैंड के बाद मार्च 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में फ्लॉप हो गई में इसका खामियाजा अब तक भुगतना पड़ रहा है 25 मार्च 2017 को खेले गए अपने आखिरी टेस्ट के बाद एक और मौके को तरस गए ज्यादा दुखद बात यह है कि उन्हें इंग्लैंड के टूर पर ले जाया गया टेस्ट टीम में जगह भी मिले मगर प्लेइंग इलेवन में वह नहीं आ सके इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए आखिरी टेस्ट में तो यह माना ही जा रहा था कि करुण को मौका मिलेगा क्योंकि मिडिल ऑर्डर चेंज करने की बात आई थी फिर यह मैच कोई सीरीज डिसाइड अभी नहीं था

पर यहां कर भी करुण को धोखा मिला उनकी जगह हनुमा विहारी को तवज्जो दी गई और रही सही कसर पूरी हो गई वेस्टइंडीज सीरीज के लिए टीम घोषित हुई इस बार तो करुण को प्लेइंग इलेवन छोड़िए टीम में भी जगह नहीं मिली उन्हें दूध में मक्खी की तरह बाहर निकाल कर फेंक दिया गया सवाल उठने लगे कि सिलेक्टर किसी खिलाड़ी को बिना वजह से टीम से बाहर कर सकते हैं यह भी कहा गया कि टीम से बाहर करने के कारण भी अरुण को नहीं बताएंगे

सिलेक्टरों ने उनसे बात तक नहीं की विवाद बढ़ता देख मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने अपनी चुप्पी तोड़ी उन्होंने कहा कि मैंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम सजन के बाद तुरंत करुण से बात की और उन्हें वापसी करने के तरीके के बारे में बताया इसके बाद सुनील गावस्कर ने इन पर सवाल खड़े किए थे गावस्कर ने कहा था कि भारत की तरफ से सिर्फ दो बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में 13 शतक बनाया है एक वीरेंद्र सहवाग दूसरे हैं करुण नायर टीम में इंग्लैंड दौरे के दौरान मौजूद थे इसके बावजूद उनको मौका क्यों नहीं दिया गया करुण नायर ने ऐसा क्या नहीं किया कि जिसकी वजह से उन्हें जगह नहीं मिली बस इतना ही समझ में आता है

कि वह आपका पसंदीदा खिलाड़ी नहीं है आप उसे सुनना नहीं चाहते गावस्कर ने ने कहा था कि ऐसा लगता है कि टीम प्रबंधन करुण नायर को नहीं चाहते हैं यही कारण है कि उन्हें इस मैच में खेलने का मौका नहीं दिया गया तो कॉमेंटेटर आकाश चोपड़ा और हर्षा भोगले ने भी टीम में चुने जाने के बावजूद कर उनको प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं देने पर हैरानी जताई थी हरभजन सिंह ने भी हाल ही में इस फैसले पर सवाल खड़े किए हैं पाली में पूर्व भारतीय कप्तान को चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि मुझे लगता है कि इस बल्लेबाज के साथ सही नहीं हो रहा फिर कोई बुद्धिमानी बता सकता है कि इस टेस्ट में 13 शतक बनाने वाले 1 बल्लेबाज के साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है

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