गधे और सुअर जैसे एनिमल मिल्क में भी छुपा है पोषक तत्वों का खजाना
सूअर के दूध में न्यूट्रिएंट्स की भरपूर मात्रा उपलब्ध होती है। गाय के दूध में 3.9 प्रतिशत न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं तो वहीं सूअर में 8.5 प्रतिशत।
गधे के दूध में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए जिन्हें गाय का दूध डायजेस्ट नहीं होता है, वो गधे के दूध का सेवन कर सकते हैं। यही नहीं प्राचीन मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा ने अपनी सुंदरता और यौवन को बनाए रखने के लिए गधे के दूध में स्नान किया करती थीं। इस दौर में भी गधे के दूध से बने कॉस्मेटिक प्रोडक्ट बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। ऐसे में एनिमल मिल्क की बात हो, तो गधे के दूध को हमेशा ब्यूटी प्रोडकट्स से जोड़कर देखा जाता है।
याक के दूध की खुशबू मीठी होती है और इसमें फैट और प्रोटीन अन्य दूध के मुकाबले ज्यादा होता है। भारत के पहाड़ी राज्यों में एनिमल मिल्क के रूप में सदियों से याक के दूध का सेवन किया जा रहा है। यहीं नहीं बौद्ध धर्म के अनुयायी, जो कि भारत में ऊचाईयों वाले इलाके में रहते हैं वे इससे कई तरह के डेयरी प्रोडक्ट्स भी तैयार करते हैं।