ये एक्सरसाइज करने से आसानी से मजबूत होती हैं मसल्स
रोजाना सिर्फ दो मिनट की एक्सरसाइज से इन बीमारियों से बचा जा सकता है। आज हम “हैलो स्वास्थ्य” के इस आर्टिकल में आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज के फायदे बता रहे हैं, जिसको फॉलो करके आप भी फिट रहेंगे।
आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज में कम मेहनत करनी पड़ती है। उदाहरण के तौर पर आप नमस्कार करते हुए हाथ को जोर से जोड़ें और दस सेकंड तक उसी अवस्था में रहें तो आपके हाथ के मसल्स पर जोर पड़ेगा। यानी आपने आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज की। इसलिए, कामकाजी लोगों के लिए यह कमाल की एक्सरसाइज है।
लगातार बैठे रहने की वजह से मांसपेशियों में तनाव होता है। इसकी वजह से गर्दन-दर्द, कमर-दर्द की समस्या होने लगती है। मांसपेशियों के खिंचाव को कम करने के लिए प्लैंक करना सही रहता है।
शरीर की स्ट्रेंथ बढ़ाने और फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने के लिए आइसोमेट्रिक पुश-अप्स किए जाते हैं। पुश-अप्स करते हुए जब शरीर को नीचे ले जाया जाता है तो पीठ की मांसपेशियां स्ट्रेच होती हैं और जब बॉडी को ऊपर लाते हैं तो बाइसेप्स की मसल्स स्ट्रेच होती हैं। ऐसे में लगातार इसकी प्रैक्टिस से शरीर का लचीलापन बढ़ता है।
आइसोमेट्रिक शोल्डर प्रेस को आप ऑफिस टाइम में भी आसानी से कर सकते हैं। इसे करने के लिए सिर्फ दो मिनट का ही समय लगेगा। एक हाथ सर के ऊपर सीधा कर लें। इसी पुजिशन में 30 सेंकड के लिए रुकें और फिर पहले वाली स्थिति में आ जाएं। फिर दूसरे हाथ के साथ भी ऐसे ही करें। इससे कंधों में होने वाले दर्द से छुटकारा मिलता है।