प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए करे मौसमी का सेवन
ताजा मौसमी जठरांत्र संबंधी समस्याओं से राहत दिलाती है जैसे कब्ज और बदहजमी। फल में मौजूद फाइबर छोटी आंत को स्वस्थ रखने में मदद करता है। मौसमी में पाए जाने वाले फ्लैवोनोएड्स नामक तत्व, पाचक रस, पित्तरस उस अम्ल के स्त्राव को बढ़ा देता है, जो पाचन क्रिया को चलाते हैं। अपच की समस्या के लिए मीठी मौसमी खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे लार ग्रंथि उत्तेजित होती है जिससे एन्ज़ाइम्स बढ़ते हैं और एन्ज़ाइम बढ़ने से मल त्याग बेहतर होता है। इस तरह आपकी पाचन क्रिया स्वस्थ रहती है। मोसंबी दस्त, उल्टी और मतली को भी नियंत्रित करती है।
इस फल में कैलोरी की मात्रा बेहद कम होती है और इस तरह इसे वजन कम करने के लिए बेहद अच्छा फल माना जाता है। मौसंबी खाने से न सिर्फ वजन कम होता है बल्कि इससे आपकी प्यास भी मिटती है। मीठी मौसंबी में कम मात्रा में कैलोरी होती है और इसे खाने से भूख भी मिटती है। एक ग्लास मौसमी के जूस में एक छोटा चम्मच शहद डालकर खाने से अत्यधिक कैलोरी बर्न होती है।
मीठी मौसमी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है क्योंकि यह विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होती है। यह रक्त को साफ करती है और शरीर का रक्त प्रवाह सही रखती है। मौसमी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में मदद करती है। यह त्वचा में होने वाली सूजन को भी दूर करती है और संक्रमण से बचाती है। सर्दी जुकाम के लिए विटामिन सी बेहद अच्छा होता है। मीठी मौसमी विटामिन सी से समृद्ध होती है और इसे रोजाना खाने से बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ लड़ने में मदद मिलती है और इस तरह इम्यूनिटी बढ़ती है।
मीठी मौसमी त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी बेहद अच्छी होती है। इस फल के जूस का इस्तेमाल बालों के उत्पादों के लिए किया जाता है जैसे शैम्पू, हेयर मास्क और बालों से जुडी समस्याओं के लिए मिलने वाली दवाइयां। यह रूसी और बाल झड़ने की परेशानी को भी कम करने में मदद करता है। साथ ही यह दो मुहें बालों के लिए बेहद प्रभावी होता है। इसके अलावा मौसमी के इस्तेमाल से बाल बेहद तेजी से बढ़ते हैं। खट्टे फलों के फायदों को देखते हुए कई उत्पादों में साइट्रस फलों को शामिल किया जाने लगा है।