आइपीएल में देशी चीयरलीडर से ज्यादा विदेशी चीयरलीडर को महत्व क्यों दिया जाता है? जानिए

आइपीएल के मैच में हर चौके छक्के पर थिरकने वाले चीयरलीडर्स ज्यादा तर विदेशी होती है। आइपीएल के पहले सीजन से ही आइपीएल पर विदेशी चीयरलीडर्स का प्रभाव रहा है। दरअसल भारतीय लोगो को विदेशी चीजे ज्यादा पसंद आती है। लोग आइपीएल से साथ साथ चीयरलीडर्स देखने भी जाते है। आइपीएल में चीयरलीडर्स को लेकर काफी कंट्रोवर्सी भी रही है।

एक भारतीय चीयरलीडर ने खुलासा किया था कि गोरी चमड़ी के चीयरलीडर्स को ज्यादा पैसे मिलते है। आइपीएल हो या फिर कोई और क्षेत्र हर जगह विदेशी लोगों तथा विदेशी चीजों को ज्यादा महत्व दिया जाता हैं।

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